कैसे डूबा उज्ज्वल..पता नहीं चला, शरीर पर नहीं चोट के निशान
नामुंडा में रहने वाला 17 वर्षीय छात्र उज्जवल नहर में कैसे डूबा इसका पता नहीं चल सका है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों को सौंप दिया है। विसरा जांच के लिए लिया गया है जिसे करनाल स्थित मधुबन लैब में भेजा जाएगा।
जागरण संवाददाता, समालखा : नामुंडा में रहने वाला 17 वर्षीय छात्र उज्जवल नहर में कैसे डूबा, इसका पता नहीं चल सका है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों को सौंप दिया है। विसरा जांच के लिए लिया गया है, जिसे करनाल स्थित मधुबन लैब में भेजा जाएगा।
12वीं कक्षा में पढ़ने वाले उज्ज्वल का शव ढोडपुर पुल के पास दिल्ली पैरलल नहर में संदिग्ध परिस्थितियों में रविवार को मिला था। वह शनिवार की सुबह 10 बजे नरायणा गोशाला के पास रजवाहे में मिट्टी सफाई का काम कर साथियों के साथ गांव लौट रहा था। एक बाइक पर चार साथियों के आने से पीछे बैठा साथी अजय ग्वालड़ा नीचे गिर गया था। उसके चोटिल होने पर साथी सुशील और सुमित नामुंडा उसे उपचार कराने समालखा लेकर चले गए थे। उज्ज्वल को ढोडपुर पुल पर बाइक से नीचे उतार दिया था। तब से वह लापता था।
साथियों के आने के बाद पिता राजीव ने उसकी खोजबीन शुरू की थी। पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। छात्र की चप्पल ढोडपुर के पास नहर की पटरी पर मिली थी, जिससे गोताखोर सहित ग्रामीण उसकी नहर में तलाश कर रहे थे। दो दिन बाद रविवार शाम में उसका शव नहर मिला। उज्ज्वल दो भाई-बहन में सबसे बड़ा था। थाना प्रभारी अंकित कुमार ने बताया कि उज्ज्वल के शरीर पर चोट के निशान नहीं थे। अब पोस्टमार्टम और विसरा रिपोर्ट से उसके मौत के कारणों का राज खुलेगा।