नाइट कर्फ्यू से होटल इंडस्ट्री की बढ़ी चिंता, करनाल में करोड़ों का होगा नुकसान, आंकड़े हैरान करने वाले
प्रदेश में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से होटल बैंक्वेट व रेस्टोरेंट के साथ मिलकर डेढ़ से दो लाख लोग रोजगार चलाते हैं। नाइट कर्फ्यू की वजह से अप्रैल में करीब तीन हजार करोड़ रुपये का नुकसान का अंदाजा लगाया जा रहा है।
करनाल, [अश्विनी शर्मा]। कोरोना से मिले दर्द से अभी होटल इंडस्ट्री पूरी तरह से उभरी भी नहीं थी कि अब नाइट कर्फ्यू ने इस उद्योग को फिर धड़ाम कर दिया है। इस नई व्यवस्था से महज मंगलवार के दिन ही पूरे प्रदेश में रात्रि के चार हजार 800 कार्यक्रम कैंसल हुए हैं। कार्यक्रम कैंसल होने से लोग होटल संचालकों से तकाजा कर रहे हैं तो साथ ही होटल, रेस्टोरेंट एंड रेस्टोरेंट से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर जुड़े लोग भी सकते में आ गए हैं। क्योंकि नाइट कर्फ्यू की यह व्यवस्था 30 अप्रैल तक इसी तरह से जारी रहती है तो रात्रि के आयोजन कैंसल होने से इन उद्योग से जुड़े लोगों को करीब तीन हजार करोड़ रुपये का नुकसान होगा।
होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन आफ हरियाणा ने सीएम से मांगा मुलाकात का समय
12 अप्रैल को नाइट कर्फ्यू के ऐलान से पहले ही होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन आफ हरियाणा तक नई व्यवस्था लागू होने का संदेश पहुंचा तो वह झटके में आ गए। इसके चलते एसोसिएशन ने तुरंत अपना मांग पत्र मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को ईमेल के माध्यम से भेजा। 13 अप्रैल को एसोसिएशन ने सीएम कार्यालय में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात करवाने का समय देने का अनुरोध भेजा है।
मेहमान और मेजबान दोनों को लगा जोर का झटका
अप्रैल माह और खासकर नवरात्रों के शुभ अवसर पर होटल, रेस्टोरेंट व बैंक्वेट हाल में पूरी बुकिंग थी। लेकिन इस नाइट कर्फ्यू की व्यवस्था से होटल, रेस्टोरेंट व बैंक्वेट हाल में बुकिंग करने वाले लोगों की पूरी प्लानिंग चौपट हो गई। जबकि कार्यक्रम से जुड़े सजावट करने वाले, डीजे, टैंट, हलवाई, ट्रांसपोर्ट, कैटरिंग सहित कई क्षेत्रों के लोगों को सीधा झटका लगा है। क्योंकि इस व्यवस्था से उन्हें करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ेगा।
इस उद्योग को बचाएं सीएम मनोहर लाल-कर्नल मनबीर चौधरी
हरियाणा होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और आल इंडिया होटल एंड रेस्टोरेंट के अध्यक्ष कर्नल मनबीर चौधरी ने कहा कि एसोसिएशन ने सीएम मनोहर लाल से मुलाकात करने का समय मांगा है। नाइट कर्फ्यू से यह उद्योग चौपट हो जाएगा। उनकी मुख्यमंत्री से मांग है कि रात्रि आयोजन की अनुमति 12 बजे तक की जाए। कोरोना के चलते पहले यह इंडस्ट्री हांफ रही है। अब हलकी सी रफ्तार उद्योग ने पकड़ी थी कि फिर से नाइट कफ्र्यू से उनकी कमर पूरी तरह से टूट जाएगी। सरकार से अनुरोध है कि वह इस उद्योग को बचाए। उन्हें पूरी उम्मीद है कि सीएम उनकी मांग को गंभीरता से लेंगे और उसे पूरा भी करेंगे।
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