देश में ओमिक्रोन आ चुका, सिविल अस्पताल में सुधार न हुआ

सिविल अस्पताल में मरीजों-तीमारदारों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। एक तरफ कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट का खतरा है दूसरी तरफ जिला अस्पताल में ही गाइडलाइंस का पालन नहीं हो पा रहा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 08:37 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 08:37 PM (IST)
देश में ओमिक्रोन आ चुका, सिविल अस्पताल में सुधार न हुआ
देश में ओमिक्रोन आ चुका, सिविल अस्पताल में सुधार न हुआ

जागरण संवाददाता, पानीपत : सिविल अस्पताल में मरीजों-तीमारदारों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। एक तरफ कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट का खतरा है, दूसरी तरफ जिला अस्पताल में ही गाइडलाइंस का पालन नहीं हो पा रहा। रजिस्ट्रेशन विडो, दवा विडो, ओपीडी के बाहर एक-दूसरे से सटकर खड़ी भीड़, कोरोना संक्रमण बढ़ने का कारण बनती है। सोमवार को भी ऐसे ही हालत बने रहे। त्वचा रोग विशेषज्ञ की ड्यूटी दूसरे स्थान पर होने के कारण करीब 150 मरीज बैरंग लौटे।

दिन सोमवार, समय पूर्वाह्न 11:35 बजे। अन्य दिनों से तुलना करें तो ओपीडी ब्लाक में मरीजों-तीमारदारों का आवागमन अधिक रहा। राहत ये रही कि ओमिक्रोन को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा नए सिरे से जारी गाइडलाइन का असर यह कि कुछ लोग मास्क पहने हुए थे। ओपीडी स्लिप बनवाने के लिए आपाधापी मची हुई थी। दवा विडो के बाहर यही स्थिति रही। दो गार्ड मरीजों को कतार में दूरी बनाकर खड़े रहने की सलाह देते दिखे। हालांकि, अस्पताल में दो गज की शारीरिक दूरी का पालन होता नहीं दिखा। नेत्र रोग, मेडिसिन ओपीडी के बाहर भी ऐसी ही स्थिति दिखी। मेडिसिन ओपीडी, फ्लू कार्नर में बुखार के 175 से अधिक मरीज पहुंचे। इनमें से करीब 110 मरीजों को कोरोना व डेंगू जांच के लिए भेजा गया।

त्वचा रोग विशेषज्ञ डा. राघवेंद्र की दूसरे स्थान पर ड्यूटी लगी थी। नतीजा, ओपीडी बंद देख करीब 150 मरीज निराश लौट गए। अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे सुविधाएं सुचारू रहीं। ओपीडी स्लिप पर लिखी दवा भी अस्पताल से मिली। आउटसोर्सिंग कर्मियों का धरना जारी :

स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर पर आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का अस्पताल परिसर में धरना सोमवार को भी जारी रहा। हालांकि, करीब 10 दिन पहले तक धरने पर बैठे कर्मियों की संख्या 50 से अधिक रहती थी, अब पांच-छह तक सिमट गई है। बाकी ने ड्यूटी ज्वाइन कर ली तो कुछ घरों को भी लौट चुके हैं।

आक्सीजन प्लांट का ट्रायल रन नहीं :

सिविल अस्पताल में बने आक्सीजन प्लांट का ट्रायल रन अभी तक नहीं हुआ है, जबकि आक्सीजन की गुणवत्ता रिपोर्ट भी मिल चुकी है।प्रिसिपल मेडिकल आफिसर डा. संजीव ग्रोवर ने बताया कि लार्सन एंड टर्बो के अधिकारियों के यहां पहुंचने पर ही ट्रायल किया जाएगा। कोरोना के दो केस एक्टिव : जिला में कोरोना के दो केस एक्टिव हैं। हालांकि, सोमवार को कोई नया केस नहीं मिला। अब तक मिले 31 हजार 116 पाजिटिव केसों में से 30 हजार 472 रिकवर हो चुके हैं। 642 कोरोना संक्रमित दम तोड़ चुके हैं। राज सिंह

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