Haryana Weather Update : गर्मी से राहत की उम्मीद, तीन दिन बाद हरियाणा में शुरू होंगी प्री मानसून की गतिविधियां
हरियाणा प्रदेश में 15 जून से शुरू हो रहे धान रोपाई के काम में आएगी तेजी जून माह में अब तक सबसे सूखे जिले महेंद्रगढ़ में सामान्य से 52 फीसदी कम हुई बरसात भिवानी में सामान्य से 15 फीसदी कम बरसात। करनाल में सबसे अधिक दर्ज की गई है बरसात।
करनाल, जेएनएन। जून माह में बरसात की अत्याधिक जरूरत होती है। क्योंकि हरियाणा में 15 जून से ही धान रोपाई का काम शुरू होता है। धान रोपाई के समय किसानों को पानी की ज्यादा जरूरत होती है। यदि ऐसे समय में बरसात होगी तो ट्यूबेवलों के पानी पर निर्भरता कम हो जाएगी। धान रोपाई के काम में तेजी आएगी।
इस माह में यदि अब तक की स्थिति पर गौर किया जाए तो महेंद्रगढ़ व भिवानी जिले को छोड़कर प्रदेश के सभी जिलों में सामान्य से अधिक बरसात दर्ज की गई है। पूरे हरियाणा में एक से नौ जून तक सामान्य से 142 प्रतिशत अधिक बरसात हुई है। हालांकि इस माह में प्री मानसून की गतिविधियां 15 जून तक देखने को मिल सकती हैं। इससे बरसात के इस आंकड़ें में वृद्धि की प्रबल संभावना है। मौसम विभाग का मानना है कि 13 से 15 जून तक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में तेज हवा के साथ बरसात हो सकती है।
इस माह में किस जिले में कितनी हुई बरसात
जिले का नाम सामान्य बरसात कितनी हुई प्रतिशत में
सिरसा 3.0 एमएम 11.3 एमएम 276 प्रतिशत
फतेहाबाद 6.5 19.0 192
हिसार 5.4 13.3 147
भिवानी 6.6 5.6 -15
महेंद्रगढ़ 7.9 3.8 -52
जींद 8.2 22.9 179
कैथल 7.6 18.3 140
कुरुक्षेत्र 10.2 41.8 310
अंबाला 16.4 27.9 70
पंचकुला 15.4 17.4 13
यमुनानगर 15.9 17.9 12
करनाल 7.6 45.0 491
पानीपत 6.9 21.3 208
सोनीपत 4.6 45.0 878
रोहतक 6.4 10.5 64
झज्जर 3.4 8.2 141
गुरुग्राम 3.1 10.4 235
फरीदाबाद 8.4 8.5 1
पलवल 3.4 7.5 121
मेवात 27.7 92.5 234
रेवाड़ी 3.9 10.5 169
नोट : यह आंकड़े मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए हैं और एक से नौ जून में होने वाली बरसात के हैं।
करनाल व सोनीपत में सबसे अधिक, महेंद्रगढ़ व भिवानी में सबसे कम बरसात
जून माह में अब तक हरियाणा में करनाल व सोनीपत में सबसे अधिक 45.0-45.0 मिलीमीटर बरसात हुई है। जबकि महेंद्रगढ़ में सामान्य से 52 प्रतिशत कम व भिवानी में सामान्य से 15 फीसद कम बरसात हुई है। राहत की बात यह है कि प्री मानसून की गतिविधियां बरसात के इस आंकड़ों को बढ़ा सकती हैं। लोगों को गर्मी से भी राहत मिल सकती है।
यह है मानसून की प्रगति रिपोर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून आगे पूरे मध्य और उत्तरी अरब सागर के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है। मुंबई सहित संपूर्ण कोंकण और आंतरिक महाराष्ट्र के अधिकांश भाग, दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्से क्षेत्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कुछ और हिस्से, मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकांश हिस्से में पहुंच चुका है। इसके अलावा दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के अरब सागर और महाराष्ट्र के शेष हिस्सों में आगे बढ़ने की संभावना है। कुछ गुजरात के अधिक हिस्से और तेलंगाना के शेष हिस्से, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्से, और पूर्वी उत्तर प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और बिहार में आने वाले दो दिनों तक पहुंचने की उम्मीद बनी हुई है। जिस गति से मानसून आगे बढ़ रहा है संभावना बनी हुई है कि हरियाणा में जुलाई के पहले सप्ताह तक मानसून पहुंच सकता है।