करनाल में लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर फंसे रिटायर्ड एसडीओ, ऐसे लगी 10 लाख 26 हजार की चपत
करनाल में हनी ट्रैप का मामला। सिंचाई विभाग से रिटायर्ड एसडीओ को शिकार बनाया। युवती ने फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर दोस्ती की। मां को कोरोना का बहाना बताकर मोबाइल नंबर लिया। फिर वीडियो कॉल कर क्लिपिंग बना ली। वायरल करने की धमकी दी।
जागरण संवाददाता, करनाल। सिंचाई विभाग से सेवानिवृत एक एसडीओ इंटरनेट मीडिया पर युवती के फ्रेंड रिक्वेस्ट के जाल में फंसा गया और 10 लाख 26 हजार 500 रुपये गंवा बैठा। इसके बावजूद भी उसे ब्लैकमेल किया जाने लगा तो पुलिस से कार्रवाई की गुहार लगाई, जिसके बाद पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है।
सेवानिवृत्त एसडीओ ने बताया कि वह एक इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रहते हैं। इसी के चलते पांच जुलाई को उनके पास एक युवती की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। उसने एक्सेप्ट कर लिया। इसके बाद युवती ने कहा कि उसकी मां करोना पीड़ित है और मदद के लिए बातचीत करनी है। इसके लिए उसे अपना वाट्सएप नंबर दे दिया। इसके बाद उसके पास वाट्सएप पर एक कॉल आई। इसे रिसीव किया तो एक नग्न युवती दिखाई दी। यह देख वह हैरान रह गया और इसी दौरान उससे युवती ने 11 हजार रुपये मांगे। इसके बाद उन्होंने अपना वाट्सएप नंबर ब्लॉक कर दिया।
सोशल साइट से वीडियो हटाने के नाम पर उगाही
अगले ही दिन एक अनजान नंबर से कॉल आई और कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनका वीडियो है। इसे हटवाना है तो 25 हजार 500 रुपये लगेंगे। डर के चलते उसके बताए नंबर पर राशि भेज दी। फिर कॉल आई कि तीन वीडियो हैं, सभी हटाने के लिए 51 हजार रुपये लगेंगे। ये राशि जमा कराई तो फिर कॉल आई कहा कि एक साइट से ही हटाई गई है। अन्य बहुत सी साइटें हैं और सभी से हटाने के लिए एक लाख 70 हजार रुपये लगेंगे। डर के चलते यह राशि भी जमा करा दी।
पुलिस अधिकारी बनकर ऐंठे रुपये
रुपये देने के बावजूद फिर कॉल आई और एक व्यक्ति ने खुद को इंवेस्टिगेटिंग क्राइम थाना से मनदीप राठौर बताते हुए धमकी दी कि उनकी वीडियो इंटरनेट पर है और एक युवती ने शिकायत दी है। उसने मामला दर्ज कराने व घर से उठाने की धमकी दी और कहा कि मामला रफा-दफा करने के लिए डेढ लाख रुपये लगेंगे। यह राशि दी तो फिर 80 हजार रुपये की मांग की और कहा कि उनके खिलाफ सीबीआई जांच भी होगी, जिसके चलते घर से उठा लिया जाएगा। डर के चलते आरोपित के बताए अनुसार साढ़े तीन लाख रुपये जमा करवा दिए।
झूठे केस में फंसाने की दी जा रही धमकी
इस तरह उनसे 10 लाख 26 हजार 500 रुपये ले लिए गए। इसके बावजूद और अभी भी झूठे केस में फंसाने, घर से उठाने की धमकी दी जा रही है। यहां तक कि उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
पानीपत की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें