जीटी रोड पर बेसहारा पशु, गली-गली में भी खतरा
-पानीपत की नैन गोशाला ने पशु लेने से इन्कार कर दिया है। निगम ने सहायता राशि रोकी तो हजार से ज्यादा पशु सड़क पर आ गए हैं। इससे हादसे होने का डर बना हुआ है।
-नैन गोशाला ने पशु लेने से इन्कार किया, निगम ने सहायता राशि रोकी हजार से ज्यादा पशु सड़क पर
जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर की सड़कों पर इन दिनों काफी संख्या में बेसहारा पशु घूमते देखे जा सकते हैं। यह पशु शहर में जाम की स्थिति पैदा करने का कारण तो बन ही रहे हैं, साथ ही इनकी वजह से सड़क हादसे भी हो सकते हैं। खुद भी चोटिल हो सकते हैं। इनमें सांडों की संख्या सबसे अधिक है।
नगर निगम ने बेसहारा गोवंश को पकड़ने के लिए अभियान चलाया था। नैन गांव की गोशाला को हर महीने तीन लाख रुपये देने का वादा किया गया। यहां बेसहारा गोवंश को रखा जाना था। तीन माह तक तो नैन गोशाला में पशु रखे गए। फिर हाथ खड़े कर दिए। नगर निगम ने गोशाला को नौ लाख रुपये भी दिए। गोशाला के प्रबंधकों ने जगह नहीं होने के हवाला दिया। अब शहर जिले की कोई भी गोशाला गोवंश को लेने के लिए तैयार नहीं है। गोशाला ने पशु लेने से इन्कार किया तो निगम ने रुपये देने बंदकर दिए।
नैन में पहुंचाए थे 1500 पशु
तीन माह पहले चले अभियान में नगर निगम ने 1500 गोवंश को यहां भेजा। अब फिर से शहर में एक हजार के करीब गोवंश घूम रहे हैं।
जानिए..कहां कितने बेसहारा गोवंश
- मलिक पेट्रोल पंप के पास शाम होते ही 30 से ज्यादा गोवंश खड़े रहते हैं। हादसों का कारण बन रहे हैं।
- सेक्टर 25 स्थित मित्तल मेगा माल के चारों तरफ पशुओं को डेरा बना रहता है। इसमें 50 से ज्यादा पशु घूमते रहते हैं।
- संजय चौक जीटी रोड पर रात को सबसे ज्यादा पशु रहते हैं। इससे सनौली व जाटल रोड की तरफ से आने वाले वाहनों के साथ हादसा हो सकता है।
- गोहाना रोड पर पर 200 से ज्यादा आवारा पशु दिनरात सड़कों पर घूमते रहते हैं।
- असंध रोड पर शनि मंदिर तक 300 से ज्यादा पशु घूमते रहते हैं। हादसे का खतरा।
हाउस की बैठक में तय की जाएगी रणनीति
पांच अगस्त को होने वाली नगर निगम की बैठक में आवारा पशुओं के लिए खास रणनीति तैयार की जाएगी। इसके लिए नगर निगम की तरफ बजट दिया जा सकता है। बाहर या फिर जिले की ही गोशालाओं से संपर्क किया जाएगा। मेयर अवनीत कौर ने बताया कि जल्द ही समाधान निकाला जाएगा।