पूर्व मेयर और पार्षद के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा, विधायक डैमेज कंट्रोल करने में जुटे Panipat News

नगर निगम पानीपत की राजनीति में हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिल रहा है। अब तो विधायक इस बीच इस डैमेज को कंट्रोल करने में जुटे हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 17 Feb 2020 10:38 AM (IST) Updated:Mon, 17 Feb 2020 10:39 AM (IST)
पूर्व मेयर और पार्षद के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा, विधायक डैमेज कंट्रोल करने में जुटे Panipat News
पूर्व मेयर और पार्षद के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा, विधायक डैमेज कंट्रोल करने में जुटे Panipat News

पानीपत, जेएनएन। पूर्व मेयर और पार्षदों की अंतरकलह चार दिन बाद भी उबाल पर है। रविवार को सुबह पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह ने प्रेसवार्ता कर कहा कि एक-दो पार्षद माहौल खराब कर रहे हैं। उन्होंने जहां अपना पक्ष रखा, वहीं पार्षद दुष्यंत भट्ट से पूछ लिया कि उन्हें लाइट मेंटेनेंस के भुगतान का पत्र लिखने की पावर किसने दी? यह पावर सिर्फ मेयर के पास है। पलटवार करते हुए पार्षद दुष्यंत भट्ट ने कहा कि उन्होंने विधायक के कहने पर ही पत्र लिखा। शाम होते-होते विधायक प्रमोद विज डैमेज कंट्रोल में जुट गए और वह पार्षद खेमे के साथ खड़े नजर आए। 

पूर्व मेयर ने कहा कि एक दो पार्षद जानबूझ कर बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं। पार्षद हमें जेबीएम का भुगतान रोकने के लिए कहते हैं। कूड़ा न उठाने पर मेयर ने भुगतान रुकवाया है। उसके बाद पार्षद जेबीएम कंपनी को संतुष्टि पत्र देते हैं। यह बंद होना चाहिए। पार्टी ने मुझे क्लीन चिट दी है। पार्षद कोई सुबूत, ऑडियो व वीडियो विधायक को नहीं दे पाए। हमने ऑडियो व वीडियो विधायक को दे दिए हैं। बिना नाम लिये वार्ड नंबर 25 के पार्षद दुष्यंत भट्ट के पत्र को दिखाते हुए उन्होंने कहा कि स्ट्रीट लाइट मामले की जांच चल रही है। पार्षद ने संतुष्टि पत्र देकर ठेकेदार की 11 लाख रुपये की पेमेंट कराई।

मेंटेनेंस के भुगतान पर रोक नहीं

पार्षद दुष्यंत भट्ट ने कहा कि पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह ने मेरे जिस पत्र पर आपत्ति जताई है वह रिपेयर एंड मेंटेनेंस के भुगतान के लिए है। भुगतान पर किसी प्रकार की कोई रोक नहीं लगाई थी। रिपेयर मेंटेनेंस का काम रुकने पर ठेकेदार मिले थे। विधायक के कहने पर यह पत्र जारी किया। पूर्व मेयर ने कमेटी की आड़ में पत्र जारी करने की जो बात कही है वह मेरे लेटर पैड पर था। कमेटी के दूसरे सदस्य पार्षदों के हस्ताक्षर हुए या नहीं यह विधायक व अन्य पार्षद ही बता पाएंगे। 

विधायक ने कहा उन्होंने कराई पेमेंट 

विधायक प्रमोद विज ने शाम सात बजे पत्रकारों से कहा कि स्ट्रीट लाइट मेंटेनेंस की पेमेंट न होने से शहर में ब्लैक आउट की स्थिति हो गई थी। पूर्व मेयर से बात हुई, उनके मुताबिक ही पार्ट पेमेंट करने के लिए कहा गया था। इस भुगतान का स्ट्रीट लाइट जांच के संबंध नहीं है। यह भुगतान मेरे कहने से हुआ। विधायक ने कहा कि सेक्टर 25 डेज होटल में एक पंचायत में पूर्व मेयर ने एक ऑडियो दी है इस ऑडियो में लेन देन की बात हो रही है। जांच के बाद ही कुछ सामने आएगा।

पेमेंट के लिए लिखने वाले कौन होते हैं भट्ट : पूर्व मेयर 

पेमेंट लाइट रिपेयर और मेंटनेंस की हुई थी। मेरा एतराज यह है कि पार्षद दुष्यंत भट्ट कौन होते हैं पत्र लिखने वाले। निगम में मेयर अवनीत कौर हैं। उन्हें अधिकार है। पार्षदों की कमेटी बनी हुई है। कमेटी को अधिकार दिया गया। पत्र पर मेयर के हस्ताक्षर क्यों नहीं कराए गए। पार्षद को पत्र जारी करने का अधिकार किसने दिया? इस मामले में भ्रष्टाचार हुआ है।  जेबीएम के मामले में बोले पूर्व मेयर  जेबीएम कांट्रेक्ट के मुताबिक यूजर चार्ज ले सकती है।  मेयर बनने से पहले एक रुपया किलोग्राम के हिसाब जेबीएम के साथ सरकार ने एग्रीमेंट किया। 80 लाख रुपये महीने का ठेका मेयर बनने से पहले सफाई मशीन चार सड़कों पर चलाने के लिए दिया गया। 35 लाख का सेक्टरों में सफाई ठेका एचएसवीपी ने दिया था, भुगतान अब नगर निगम कर रहा है।  बाजार प्रधानों की मांग पर रात को सफाई का ठेका 22 लाख रुपये का जारी किया गया।  ये सभी ठेके अवनीत कौर के मेयर बनने से पहले चल रहे हैं। 

जेबीएम का भुगतान रोका गया 

मेयर ने कार्यभार 15 जनवरी 2019 को संभाला उस समय सफाई के हालत खराब थे। पार्षदों के कहने पर जेबीएम के खिलाफ मेयर ने पत्र लिखकर भुगतान रुकवा दिया। मेयर पार्षदों को भी कहा कि वे जेबीएम को संतुष्टी पत्र न दे। उसके बाद भी 11 पार्षदों ने संतुष्टी पत्र दिया। एक माह बाद फिर भुगतान रोकने की मांग करने लगे।

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