जेल में 552 की हेपेटाइटिस जांच, आरडीटी में 24 मिले पाजिटिव

पानीपत जिला जेल में बंद कैदियों-बंदियों की हेपेटाइटिस जांच जारी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 08:56 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 08:56 AM (IST)
जेल में 552 की हेपेटाइटिस जांच, आरडीटी में 24 मिले पाजिटिव
जेल में 552 की हेपेटाइटिस जांच, आरडीटी में 24 मिले पाजिटिव

जागरण संवाददाता, पानीपत : जिला जेल में बंद कैदियों-बंदियों की हेपेटाइटिस जांच जारी है। अब तक 552 की आरडीटी (रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट) हो चुका है। इसमें 24 पाजिटिव मिले हैं। इनका गुरुग्राम स्थित एक लैब में वायरल लोड टेस्ट कराया गया। सात की रिपोर्ट आई है, चार कंफर्म केस मिले हैं।

चारों की दवा बुधवार से शुरू हो जाएगी। डिप्टी सिविल सर्जन डा. शशि गर्ग ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि जेलों में बंद कैदियों-बंदियों की हेपेटाइटिस जांच के लिए हरियाणा सरकार ने फाइंड(फाउंडेशन फार इनोवेटिव न्यू डायग्नोस्टिक)से अनुबंध किया हुआ है। संस्था का काम जांच कर कंफर्म रिपोर्ट उपलब्ध कराना है, दवा कोर्स स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुहैया कराया जा रहा है।संस्था प्रोजेक्ट समन्वयक डा. कनुदीप ने बताया कि हरियाणा की आठ जेलों में बंद लगभग 11 हजार कैदियों-बंदियों की हेपेटाइटिस जांच होनी है। इनमें पानीपत सहित करनाल, गुरुग्राम, सिरसा, हिसार-वन, हिसार टू, अंबाला व रोहतक के कैदी-बंदी शामिल हैं।

पानीपत जेल में तकरीबन 1100 कैदी-बंदी हैं, संख्या घटती-बढ़ती रहती है।हेपेटाइटिस जांच का सिलसिला चलता रहेगा। जेलों में इसलिए जांच की जरूरत : जेल की एक बैरक में कई लोग एक साथ रहते हैं। दाढ़ी बनाते समय एक ही रेजर के इस्तेमाल की आशंका बनी रहती है। कुछ ऐसे भी होंगे, जेल से बाहर रहते समय इंजेक्टिव नशा करते होंगे। शरीर के विभिन्न हिस्सों पर टैटू बनवाना फैशन हो गया है। ऐसे में हेपेटाइटिस बी और सी होने की संभावना रहती है। 28 दिन की मिलेगी दवा :

हेपेटाइटिस का मरीज जेल में रह रहा है तो उसे 10 दिन की दवा दी जाएगी,खत्म होने से दो दिन पहले डोज पहुंचा दी जाएगी। मरीज जेल से बाहर (जमानत या पैरोल पर)जाता है तो उसे 28 दिनों का एक साथ दिया जाएगा ताकि वह घर में रहकर दवा का सेवन करता रहे।

बीमारी के मुख्य लक्षण :

-लगातार बुखार बने रहना

-जोड़ों व मांसपेशियों में दर्द होना

-आंखों व त्वचा की रंगत पीली पड़ना

-लगातार वजन गिरना और उल्टियां होना

-भूख कम लगना, स्वाद न आना

-खून की उल्टी आना

-घबराहट, थकान महसूस होना लीवर का रखें ख्याल :

-तैलीय खाद्य सामग्री से परहेज करें

-नियमित योग, व्यायाम करें

-शराब, धूम्रपान से परहेज करें

-पौष्टिक आहार का सेवन करें

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