Monsoon Effect: जमकर बरसे मेघा, तस्‍वीरों में देखिए हरियाणा जीटी बेल्‍ट के इन जिलों के हालात

हरियाणा में 28 जुलाई बुधवार को जमकर बारिश हुई। जीटी बेल्‍ट के जिले पानीपत कुरुक्षेत्र करनाल अंबाला सहित यमुनानगर कैथल और जींद में जमकर बारिश हुई। कई जगह जलभराव से लोग परेशान दिखे। तस्‍वीरों में देखें जलभराव के हालात।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 02:58 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 02:58 PM (IST)
Monsoon Effect: जमकर बरसे मेघा, तस्‍वीरों में देखिए हरियाणा जीटी बेल्‍ट के इन जिलों के हालात
पानीपत में बना अंडर पास पूरी तरह से डूबा।

पानीपत, जागरण संवाददाता। सावन की झड़ी में हरियाणा के कई जिलों में जमकर बारिश हुई। सुबह पांच बजे शुरू बारिश के बाद पानीपत सहित कई शहरों में जलभराव हो गया। मुख्‍य मार्ग भी बारिश की वजह से लबालब नजर आए। जलभराव की वजह से वाहनों के पहिए थम गए। खेतों में पानी जमा होने से किसानों की चिंता बढ़ गई।

पानीपत में इन जगहों में जलभराव

हाली झील के पास, गुरुद्वारा मार्ग, पानीपत किसान भवन, असंध रोड रेलवे अंडर पास, पानीपत बस स्टैंड, पानीपत पंचरंगा बाजार, ऊझा रोड में जलभराव हुआ।

कैथल में बारिश की वजह से भरा पानी।

गत कई दिन से बारिश रुक-रुककर हो रही है। बुधवार सुबह पांच बजे एक साथ बारिश शुरू हो गई। पिछले कई दिनों से नगर परिषद व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के पानी निकासी को लेकर तैयारियां बोनी पड़ गई। शहर में पिपली से थर्ड गेट तक कई जगह घना पानी जमा हो गया।

इसके अलावा शहर में एक दर्जन से अधिक सड़कों व गलियों में पानी भर गया। दुखभंजन कालोनी के कई मकानों में पानी घुस गया। स्थानीय लोगों ने नगरपरिषद में सूचना दी, लेकिन कर्मचारी बरसात के आगे बेबस हो गए।

ऐसे में लोगों को मकानों से पानी निकालने के लिए खुद आगे आना पड़ा। सबसे अधिक थानेसर में 97 एमएम बारिश दर्ज की गई। इसके बाद इस्माईलाबाद में 80 एमएम बारिश हुई।

कुरुक्षेत्र में यहां इतनी बारिश हुई

थानेसर - 97 एमएम

पिहोवा - 79 एमएम

शाहाबाद - 24 एमएम

लाडवा - 44 एमएम

इस्माईलाबाद - 80 एमएम

बाबैन - 42 एमएम

कैथल में भी जलभराव

बुधवार सुबह तीन बजे से चल रही बारिश से शहर में पानी पानी हो गया है। सीवरेज ओवरफ्लो हो चुके हैं और गलियों में पानी भर चुका है।

बारिश के कारण तापमान में तो गिरावट आई है लेकिन गलियों में पानी भर जाने के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। वहीं अब यह बारिश किसानों के लिए भी परेशानी बन सकती है।

पानीपत का बस स्‍टैंड।

जींद में माइनर ओवरफ्लो

सुबह आठ बजे तक जींद में सबसे ज्यादा बारिश जुलाना में 77 एमएम हुई। वहीं सफीदों में 40, पिल्लूखेड़ा में 38, नरवाना व उचाना में 30, जींद में 16 एमएम बारिश हुई।

पानीपत के ऊझा रोड में जलभराव।

ज्यादा बारिश होने से जुलाना और पिल्लूखेड़ा में धान की फसल के भी डूबने से खराब होने का डर सता रहा है। जुलाना के पोली गांव में माइनर ओवरफ्लो हो गई और खेतों में भी कई फीट तक पानी भर गया।

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