दोपहर तक तपन, फिर हवा के साथ आसमान में छाए बादलों ने दिलाई राहत
जागरण संवाददाता पानीपत मौसम का मिजाज बदलना जारी है। कारण राजस्थान पर बना साइक्लोनिक सक
जागरण संवाददाता, पानीपत : मौसम का मिजाज बदलना जारी है। कारण राजस्थान पर बना साइक्लोनिक सर्कुलेशन है। ऐसे में मंगलवार को भी सुबह तपन भरी गर्मी के बाद आंशिक रूप से न केवल बादल छाए रहे, बल्कि कई जगहों पर बूंदाबांदी तक हुई। बदलाव के बीच अधिकतम तापमान जहां 39 व न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा की गति 10 किलोमीटर प्रति घंटा, नमी 30 फीसद व बारिश की संभावना दो फीसद बनी हुई है। मौसम वैज्ञानियों की मानें तो मौसम में बदलाव का ये दौर आठ मई तक जारी रहेगा।
गौरतलब है कि अप्रैल के अंत में गर्मी ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया था। अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा। ऐसे में 21 से 27 अप्रैल के बीच लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने से राजस्थान पर साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन गया। जिस कारण 27 अप्रैल के बाद से ही मौसम के मिजाज में बदलाव जारी है। मंगलवार को सुबह ही सूर्य के किरणों ने तपन का अहसास करवाया। दोपहर होने पर हवा की गति बढ़ी तो लोगों को कुछ राहत मिली। इसके बाद आसमान में न केवल बादल छाए, बल्कि कई जगहों पर हल्की बूंदाबांदी तक हुई। शाम को भी बादल उमड़-उमड़ कर आए।
आठ मई तक मौसम परिवर्तनशील
हरियाणा कृषि विज्ञान मौसम विभाग के अनुसार आठ मई तक मौसम में परिवर्तन का दौर जारी रहेगा। इस बीच में तेज हवाओं संग बूंदाबांदी की संभावना बनी रहेगी। विड पैटर्न में बदलाव भी हो सकता है। उत्तरी हवाओं के चलने से दिन का तापमान 34 डिग्री सेल्सियस तक आ सकता है। जबकि रात का तापमान फिलहाल स्थिर रहेगा।
खुले आसमान के नीचे लाखों बेग गेहूं
गेहूं की कटाई का काम भले है खत्म हो गया हो। लेकिन अनाज मंडियों में खरीद व आवक जारी है। उठान न होने के कारण हर मंडी में लाख गेहूं के बेग खुले आसमान के नीचे पड़े हैं। ऐसे में मौसम में बदलाव के बीच यदि बारिश होती है तो गेहूं के भीगने से नुकसान हो सकता है। इस बार उठान की गति धीमी होने के कारण मंडियों में ऐसी स्थिति पैदा हुई की खरीद तक को बंद करना पड़ रहा है।