कंपनी में शिविर लगाकर 175 श्रमिकों का स्वास्थ्य जांचा

राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सेक्टर-29 स्थित राज ओवरसीज में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया। राज्य क्षय रोग अधिकारी डा. राजेश राजू ने बतौर मुख्य अतिथि शिविर का शुभारंभ किया। 175 श्रमिकों का स्वास्थ्य जांचा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 08:30 PM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 08:30 PM (IST)
कंपनी में शिविर लगाकर 175 श्रमिकों का स्वास्थ्य जांचा
कंपनी में शिविर लगाकर 175 श्रमिकों का स्वास्थ्य जांचा

जागरण संवाददाता, पानीपत : राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सेक्टर-29 स्थित राज ओवरसीज में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया। राज्य क्षय रोग अधिकारी डा. राजेश राजू ने बतौर मुख्य अतिथि शिविर का शुभारंभ किया। 175 श्रमिकों का स्वास्थ्य जांचा।

जिला क्षय रोग अधिकारी डा. आशीष ने चिकित्सीय टीम का नेतृत्व किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 तक हरियाणा को टीबी से मुक्त बनाने का लक्ष्य है। इसी कड़ी में जगह-जगह शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। कंपनियों-कारखानों, स्लम बस्तियों, कंस्ट्रक्शन साइट्स व ईंट भट्ठों पर रह रहे श्रमिकों पर विशेष फोकस रहेगा। उन्होंने बताया कि सभी 175 श्रमिकों की एचआइवी जांच हुई, रिपोर्ट नेगेटिव आई है। 30 आशंकित मरीजों का बलगम लिया गया है, जांच के बाद उन्हें रिपोर्ट की जानकारी दी जाएगी। इनसे कहा गया है कि

शरीर के किसी भी हिस्से में चकत्ते दिखें तो सिविल अस्पताल स्थित टीबी रोगियों के लिए बनी विशेष ओपीडी में पहुंचें। कंपनी के एचओडी दीपक चानना का सहयोग सराहनीय रहा। स्वास्थ्य विभाग की टीम में डा. राजकुमार, गुरुदत्त, ज्योति, शिवचरण, नरेश, ओमप्रकाश, जसविद्र, अंकित, योगेंद्र, नंदकिशोर मौजूद रहे। रोगी तलाशने पर मिलने वाला भत्ता

500 रुपये मासिक भत्ता मरीज को।

1000 रुपये रुपये भत्ता पाजिटिव मरीज को तलाशने पर।

300 रुपये मरीज ढूंढने वाले सामान्य व्यक्ति को।

5000 रुपये मल्टी ड्रग रेसिस्टेंस मरीज को दवा खिलाने वाले वर्कर को। टीबी के लक्षण

-दो सप्ताह से अधिक समय तक बलगम वाली खांसी।

-सोते समय बहुत अधिक पसीना आना।

-लगातार बुखार बने रहना।

-रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर, थकावट।

-खानपान सही होने पर भी लगातार वजन घटना।

-खांसी के कारण श्वास लेने में परेशानी।

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