अंबाला में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग का इंस्पेक्टर ने ली 20 हजार की रिश्‍वत, विजिलेंस ने रंगे हाथ पकड़ा

अंबाला में बीस हजार की रिश्वत लेते खाद्य एवं आपूर्ति विभाग का इंस्पेक्टर गिरफ्तार किया गया। विजिलेंस की टीम ने रिश्‍वत लेते पकड़ा। डिपो होल्‍डर पर दबाव बना रहा था। डिपो खोलने को लेकर फाइल की एवज में रिश्‍वत मांगी थी।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 10:52 AM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 10:52 AM (IST)
अंबाला में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग का इंस्पेक्टर ने ली 20 हजार की रिश्‍वत, विजिलेंस ने रंगे हाथ पकड़ा
अंबाला रिश्‍वत लेते इंस्‍पेक्‍टर गिरफ्तार किया गया।

बराड़ा (अंबाला), संवाद सहयोगी। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर विनोद दुबे सहित दो लोगों को बीस हजार रुपये की रिश्वत लेते विजिलेंस ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज करके तफ्तीश शुरू कर दी है। बराड़ा वार्ड नंबर नौ के डिपो होल्डर प्रवीण कुमार ने इस संबंध में प्रताडि़त कर दबाव बनाकर रुपये मांगने के आरोप लगाए थे। इंस्पेक्टर डिपो होल्डर पर दबाव बना रहा था कि उसके क्षेत्र में एक डिपो खोलने की फाइल आई है। नियम के अनुसार डिपो नहीं खुल सकता था। इसके बावजूद दबाव बनाकर दो बार बीस-बीस हजार रुपये पहले भी ले लिए थे। विजिलेंस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ शुरू कर दी है।

विजिलेंस ने प्रवीण कुमार से संबंधित दस्तावेजों को भी कब्जे में लिया है। हालांकि आधिकारिक रूप से विजिलेंस के डीआइजी अशोक कुमार इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं। उधर, आरोपित को वीरवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

जानकारी के मुताबिक वार्ड नंबर नौ के डिपो होल्डर प्रवीण कुमार को कई दिनों से इंस्पेक्टर तंग कर रहा था। वह उस पर दबाव बनाकर रिश्वत मांग रहा था। मामला बीस हजार रुपये में तय हो गया था। इसको लेकर प्रवीण कुमार ने विजिलेंस के अधिकारियों को शिकायत दी, जिसके बाद एक टीम का गठन किया गया। इस टीम में विजिलेंस के अलावा प्रशासनिक अधिकारी को बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट शामिल किया।

टीम ने योजनाबद्ध तरीके से छापेमारी की। प्रवीण ने फोन पर इंस्पेक्टर से बात की, जिसने उसे होटल में आने और रुपये हरीश को देने की बात कही। इसके बाद प्रवीण होटल पहुंचा और रुपये हरीश को पकड़ा दिए। जैसे ही रुपये इंस्पेक्टर को पकड़ाए, वैसे ही विजिलेंस ने दोनों को पकड़ लिया। डीआइजी विजिलेंस अशोक कुमार ने इस प्रकरण में कुछ भी कहने से बचते रहे। विजिलेंस के महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि इस तरह का मामला उनकी जानकारी में है, लेकिन विस्तार से बाद में बता सकते हैं।

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