शहरी संपदा ने 33 किसानों पर दर्ज कराया केस, जमीन अधिग्रहण से जुड़ा है मामला
Case against Farmers यमुनानगर में 33 किसानों पर केस दर्ज कर लिया गया है। शहरी संपदा अधिकारी की ओर से दी शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया गया है। मामला सेक्टर की अधिग्रहित जमीन से जुड़ा हुआ है।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। शहरी संपदा की अधिग्रहित की गई जमीन पर खेती करने वालों पर विभाग ने सख्ती शुरु कर दी है। लगातार दिए जा रहे नोटिसों का जवाब नहीं देने के बाद अब कानूनी कार्रवाई की गई है। रटौली रकबा में अधिग्रहित सेक्टर 13 की जमीन पर जबरन फसल उगाने व जुताई करने के आरोप में 33 किसानों पर केस दर्ज हुआ है। यह कार्रवाई अतिरिक्त शहरी संपदा अधिकारी लक्ष्मी नारायण की शिकायत पर हुई है। शिकायत में कहा गया है कि अधिग्रहित जमीन पर खेती करना गैरकानूनी है।
इन पर हुआ केस दर्ज
सेक्टर 13 की अधिग्रहित जमीन में अवैध तरीके से खेती करने के आरोप में उत्तम सिंह, गुरमुख सिंह, गुरनाम सिंह, दया सिंह, राेमी, गुरजीत, बोबी, इकबाल सिंह, लाभ सिंह, लखवीर सिंह, गुरलाभ सिंह, दीप सिंह, जसबीर सिंह, निर्मल सिंह, हरभगत सिंह, नरेंद्र, चपिंद्र सिंह, संतोख सिंह, कुलदीप सिंह, भूपेंद्र सिंह, वजीर सिंह, जसविंद्र सिंह, हरविंद्र सिंह, आशा सिंह, सुखदेव सिंह नंबरदार, सुरेंद्र सिंह, हरभजन सिंह, निर्मल सिंह, मिंकु, सुरेश कुमार, लेखराज, हिम्मत सिंह व संत सिंह पर फर्कपुर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है।
सालों से हो रही थी खेती
नियम के मुताबिक जिस जमीन का अधिग्रहण हो चुका है। उस पर दोबारा कृषि कार्य नहीं किया जा सकता। जिले में चार सेक्टरों के लिए 900 एकड़ जमीन अधिग्रहित हुई थी। इसमें अधिकतर पर कृषि कार्य हो रहा है। कई सालों से यहां पर खेती हो रही है। इतना ही नहीं, यहां पर सिंचाई के लिए ट्यूबवैल तक लगाए गए हैं। जिसमें बिजली के कनेक्शन जारी किए गए हैं। सेक्टर-13 की जमीन के पास तो शहरी संपदा के तमाम अधिकारी बैठते हैं। जमीन की तारबंदी भी है। इसके बावजूद अधिकारी यहां पर फसल होती देखकर अंजान बने हुए थे। लोग यहां तक कहते थे कि अधिकारियों की शह पर ही यहां पर खेती हो रही है।
रटौली के पास 497 एकड़ जमीन का अधिग्रहण
गांव रटौली के पास सरकार ने 13 साल पहले सेक्टर-13 के लिए जमीन अधिग्रहित की थी। यहां पर 497 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया था। कई साल से यह सेक्टर विकसित नहीं हो पाए। जबकि इसके पास बना सेक्टर 18 पूरी तरह से विकसित हो चुका है। यहां पर बड़ी-बड़ी कोठियां है, लेकिन सेक्टर 13 खाली पड़ा है। जिन किसानों को मोटा पैसा देकर जमीन अधिग्रहण की गई थी। अब वहीं इसमें धान, गेहूं, चेरी, सब्जियां उगा रहे हैं।
सेक्टर 13 के लिए लिया दो बार मुआवजा
सेक्टर 13 के लिए जिन किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई थी। उन्हें भी सरकार से दो बार मुआवजा मिल चुका है। अब इस सेक्टर में कोई कोर्ट केस नहीं है। फिर भी शहरी संपदा के अधिकारी सेक्टर बसाने की प्लानिग को पूरा नहीं कर पाए।
सेक्टरों के लिए अधिग्रहण की गई जमीन
सेक्टर - जमीन (एकड़ में)
13 - 497
23 - 283
22 व 24- 354
35 - 94.94