एचएसजीपीसी में बढ़ी प्रधान दादूवाल की खिलाफत, इस्तीफे की मांग पर अड़े सदस्य
हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान की खिलाफत सामने आई है। इसमें सदस्य उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। इसके लिए कैथल के गुरुद्वारा नीम साहिब में हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के 36 में से 21 सदस्यों की बैठक भी हुई।
कैथल, [पंकज आत्रेय]। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचएसजीपीसी) के प्रधान बलजीत सिंह दादूवाल के खिलाफ कई सदस्यों ने मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार को एक बैठक कैथल के गुरुद्वारा नीम साहिब में हुई, जिसमें 21 सदस्य मौजूद रहे और दावा किया गया तीन ने वीडियो कान्फ्रेंस के जरिये अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।
अध्यक्षता वरिष्ठ उपप्रधान दीदार सिंह नलवी ने की। बैठक का एजेंडा प्रधान बलजीत सिंह दादूवाल का इस्तीफा लिया जाना, 20 मई को सरकार की ओर से 10 सदस्यों को कमेटी में मनोनीत करने संबंधी जारी नोटिफिकेशन को रद करवाना और दादूवाल की ओर से गठित कई कार्यकारिणी को भंग करना था। उन्होंने दादूवाल की प्रधान पद पर नियुक्ति को गैर-कानूनी करार दिया। इसके चलते कमेटी के 25 सदस्य मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलकर यह नोटिफिकेशन वापस लेने की मांग करेंगे। अगर सरकार नहीं मानी तो हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। बैठक में कमेटी के पूर्व प्रधान जगदीश सिंह झींडा, अजीत सिंह, गुरमीत सिंह सिरसा, मोहनजीत सिंह, हरप्रीत सिंह नरूला, हरपाल सिंह, अवतार सिंह चक्कु, जोगा सिंह, मनजीत सिंह, बलदेव सिंह बल्ली सहित कई सदस्य मौजूद रहे।
नलवी ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुने गए प्रधान को 15 दिन के भीतर जनरल हाउस की बैठक बुलानी होती है। उसी में उसकी नियुक्ति पर मुहर लगती है। दादूवाल ने आज तक भी बैठक नहीं बुलाई। जनरल हाउस की स्वीकृति के बिना उनकी नियुक्ति और उनके द्वारा गठित की गई कार्यकारिणी का कोई औचित्य नहीं बनता।
इनको एतराज है तो कोर्ट में जाएं : दादूवाल
अगर इन लोगों को मेरी नियुक्ति और फैसले पर किसी तरह का एतराज है तो वह कोर्ट में जा सकते हैं। सरकार ने ही एक आर्डर जारी करके बाकायदा कारण देकर कई सदस्यों को कमेटी से निकाला है और सरकार ने ही 10 नए सदस्यों को शामिल किया। चुनाव के समय दीदार ङ्क्षसह नलवी खुद हमारे साथ थे। जब उन्हें कोई पद नहीं मिला तो उन्हें मेरी नियुक्ति गैर-कानूनी लगने लगी है।
- बलजीत सिंह दादूवाल, प्रधान एचएसजीपीसी