यमुनानगर के बस यात्रियों के लिए राहत की खबर, इन रूटों पर बढ़ाई गई बसों की संख्या

यमुनानगर में बस यात्रियों को राहत मिल गई है। कई रूटों पर बसों की संख्या बढ़ने जा रही है। कोरोना के कारण कई रूटों पर सर्विस बंद थी। छछरौली और प्रतापनगर रूट पर यात्रियों को ऑटो में महंगा किराया देकर सफर करना पड़ रहा था।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 03:31 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 03:31 PM (IST)
यमुनानगर के बस यात्रियों के लिए राहत की खबर, इन रूटों पर बढ़ाई गई बसों की संख्या
ग्रामीण क्षेत्र के रूटों पर बसें बढ़ाने के लिए टाइम टेबल तैयार किया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, यमुनानगर। कोरोना महामारी का असर कम होने के साथ ही हरियाणा रोडवेज की बसें भी सड़कों पर दौड़ने लगी है। धीरे-धीरे रोडवेज द्वारा रूटों पर बसों की संख्या बढ़ाई जा रही है। रोडवेज अधिकारियों का पहला प्रयास दूसरे राज्यों तक बसें चलाने का था। अब एक अगस्त से ग्रामीण क्षेत्र के रूटों पर भी बसों की संख्या बढ़ाने की पूरी तैयारी हो गई है।

अब जल्द ही ग्रामीण मार्गों पर पूरी तरह से बसों को उतारा जाएगा। हालांकि कुछ मार्गों पर बस सर्विस चल रही है, लेकिन अधिकतर रूट अभी भी बिना बस के हैं। इससे लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। एक अगस्त से छछरौली और प्रतापनगर रूट पर बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि कोरोना काल को देखते हुए मांग के अनुसार बसों की संख्या को भी बढ़ा दिया जाएगा। किस एरिया से बस की एवरेज व सवारी कितनी आ रही इसका आंकलन किया जा रहा है।

प्रतापनगर क्षेत्र निवासी राहुल, अजय, मुकेश, पिंटू व रमेश ने बताया कि उन्हें अपने जरूरी कार्यों के लिए यमुनानगर व जगाधरी आना होता है। काफी लोग तो रोजगार के लिए ग्रामीण क्षेत्र से यमुनानगर आते हैं। जो यात्री रोजाना बसों में आते थे, अब उन्हें दूसरे वाहनों पर निर्भर रहना पड़ रहा है। कुछ अपने निजी वाहन से पहुंच रहे हैं। रोडवेज ने इन रूटों पर बसें तो चल रखी हैं लेकिन बसों की संख्या बहुत कम है। इसलिए बसों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है ताकि यात्री देर रात तक भी आना जाना कर सकें।

रोडवेज की घट रही आमदनी

काेरोना महामारी के कारण बसें बंद होने से रोडवेज की आमदनी पर बहुत बुरा असर पड़ा है। रोडवेज के बेड़े में करीब 160 बसें हैं। यदि सभी बसें रूटों पर चलती हैं तो इससे यमुनानगर रोडवेज को रोजाना करीब 15 लाख रुपये की आमदनी होती थी। परंतु अब आमदनी काफी घट गई है। ऐसे में जैसे-जैसे बसों की संख्या बढ़ेगी तो आमदनी में भी इजाफा होना तय है। रोडवेज का सबसे ज्यादा ध्यान धीरे-धीरे लेट नाइट बस सर्विस को शुरू करने पर है। 

बसों में मास्क पहनना जरूरी

कोरोना संक्रमण के चलते रोडवेज बस में बिना मास्क के सवारियों की एंट्री नहीं है। यहां तक कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं वह बीच रास्ते में किसी सवारी को बिना मास्क के न बिठाएं। अगर चेकिंग के दौरान लापरवाही बरती मिली तो कार्रवाई हो सकती है। इतना ही नहीं निर्धारित सवारियां लेकर ही बस को चलाया जाए। ड्यूटी इंस्पेक्टर मायाराम ने बताया कि डिमांड के अनुसार बसों की सर्विस को शुरू किया जा रहा है। धीरे-धीरे सभी ग्रामीण रूटों पर बसों की संख्या को बढ़ा दिया जाएगा। इसके अलावा कोरोना काल का भी ख्याल रखा जा रहा है। एक अगस्त से कई रूट पर बसें शुरू की जा रही हैं।

पानीपत की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी