Haryana Police: करनाल में डिटेक्टिव स्टाफ की हिरासत में युवक की मौत का मामला गरमाया, स्वजनों ने उठाई ये मांग
परिजनों का कहना है कि पुलिस उसे पहले भी टॉर्चर करती रही है बता दें कि इंद्रियस क्षेत्र के गांव गढ़पुर खालसा वाशी मिंटू को शनिवार को डिटेक्टिव स्टाफ टीम ने हिरासत में लिया था उस पर चोरी के एक मामले में पकड़ा गया।
जागरण संवाददाता करनाल। डिटेक्टिव स्टाफ करनाल की हिरासत में युवक की मौत का मामला गहरा गया है पीड़ित परिवार ने शव लेने से इनकार कर दिया है तो वही आरोपित पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं जो पुलिस पर टॉर्चर कर उसकी हत्या के आरोप लगा रहे हैं।
कार्रवाई की मांग पर अड़े परिजन
परिजनों का कहना है कि पुलिस उसे पहले भी टॉर्चर करती रही है बता दें कि इंद्रियस क्षेत्र के गांव गढ़पुर खालसा वाशी मिंटू को शनिवार को डिटेक्टिव स्टाफ टीम ने हिरासत में लिया था उस पर चोरी के एक मामले में पकड़े जाने के बाद 28 सितंबर को पुलिस हिरासत से फरार हो जाने का आरोप है जबकि इससे पहले भी उस पर चोरी सहित अन्य मामले भी दर्ज हैं परिजनों का कहना है कि रात करीब 12:00 बजे उन्हें सूचना दी गई कि उसकी हालत खराब है और जब उन्होंने देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी उधर पुलिस का कहना है कि मिंटू को जब हिरासत में लिया गया और उसको लेकर करनाल आ रहे थे। इसी बीच उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसे सिविल अस्पताल में लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया फिलहाल मृतक का शव मोर्चरी हाउस में रखवाया हुआ है।
मोर्चरी हाउस पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया
जहां परिजनों के साथ साथ अन्य लोग भी रोज जता रहे हैं इन्होंने शव लेने से इंकार कर दिया मृतक के भाई नरेश ने बताया कि मिंटू ने कभी बीमार रहा और ना ही उसे हार्ड अटैक की कभी कोई दिक्कत हुई थी पुलिस की टॉर्चर से ही उसकी मौत हुई है और अब पुलिस इसे हार्ट अटैक से मौत बता रही हैं पत्नी नीतू ने बताया कि उनके 6 से 8 साल के दो बच्चे हैं जिनमें बेटी वह एक बेटा है हालात को देख मोर्चरी हाउस पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है