Haryana Paper Leak Case: सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका लगाने आया था दो लाख का इनामी अफजल, दिल्ली से गिरफ्तार

Haryana Paper Leak Case हरियाणा कांस्टेबल भर्ती प्रकरण मामले में दो लाख का इनामी अफजल सुप्रीम कोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका लगाने आया था। दिल्‍ली से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पेपर और आंसर की लीक कराने के 40 को आरोपितों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 01:52 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 01:52 PM (IST)
Haryana Paper Leak Case: सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका लगाने आया था दो लाख का इनामी अफजल, दिल्ली से गिरफ्तार
हरियाणा पेपर लीक मामले में अफजल गिरफ्तार।

कैथल, जागरण संवाददाता। सात अगस्त को हुई कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के पेपर लीक प्रकरण में कैथल पुलिस ने दो लाख रुपये के दूसरे इनामी आरोपित मोहम्मद अफजल डार को धर दबोचा है। दिल्ली में एयरपोर्ट के नजदीक से गिरफ्तार किया गया डार श्रीनगर के वसीम बाग हजरत बल श्रीनगर का निवासी है। जिला अदालत कैथल और पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद वह सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाने आया था, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्त में ले लिया। शुक्रवार को उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे आठ दिन के ले पुलिस ने रिमांड पर लिया है।

गौरतलब है कि सात और आठ अगस्त को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित हरियाणा पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक हुआ था और इस कारण परीक्षा रद कर दी गई थी। जांच में यह रहस्य उजागर हुआ कि आंसर की जम्मू-कश्मीर के उस प्रेस के एक कर्मचारी के माध्यम से कापी की गई थी। इसकी साजिश डार ने रची थी। उसीने अपने परिचित हिसार राजकुमार को एक करोड़ में आंसर की उपलब्ध कराई थी। इसके बाद राजकुमार ने आंसर की को अलग अलग लोगों को पैसे लेकर उपलब्ध कराया।

पहले से पुलिस रिमांड पर चल रहे मुजफ्फर अहमद खान और 50 हजार रुपये के इनामी रोहतक के रिटौली निवासी वेदप्रकाश को जेल भेज दिया गया है। इससे पहले जम्मू के जिला रामबाग के गांव गुल निवासी मुजफ्फर अहमद खान को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने मोहम्मद अफजल डार सहित इस मामले में अब तक कुल 40 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। अभी 48 उसके रडार पर हैं।

षडयंत्र की कडिय़ां

दो अगस्त : जम्मू के जिला डोडा गांव सिंघरा निवासी जितेंद्र, जो प्रेस का कर्मचारी था, दो अगस्त को कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के पेपर के चारों सेट और आंसर-की का प्रिंट आउट निकाल कर अपने घर पर लिया था। इसके लिए उसका मुजफ्फर अहमद खान के साथ छह लाख रुपये में सौदा हुआ था।

तीन अगस्त : जितेंद्र ने पेपर के चारों सेट व आंसर-की मुजफ्फर अहमद खान को दी।

पांच अगस्त : मुजफ्फर के दोस्त एजाज अमीन ने पांच अगस्त को ही प्रश्न-पत्र व आंसर-की जम्मू एयरपोर्ट पर मोहम्मद अफजल डार को दी, जो सौदा 60 लाख रुपये में तय हुआ। पैसे परीक्षा के बाद देने थे और 60 लाख रुपये में मुजफ्फर व एजाज का बराबर का हिस्सा था। अफजल डार पांच को ही जम्मू से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा और यहां उसने हिसार के गांव खांडाखेड़ी निवासी राजकुमार उर्फ राजू को एक करोड़ रुपये में आंसर-की दे दी। राजकुमार ने अफजल डार को मौके पर पांच लाख रुपये दिए और बाकी रुपये परीक्षा के बाद नौ-दस अगस्त को देना तय हुआ। राजकुमार ने प्रश्न-पत्र व आंसर-की अपने दोस्त वेदप्रकाश को एक करोड़ रुपये में बेची।

छह अगस्त : खांडाखेड़ी के राजकुमार ने अपने भाई कुलदीप के माध्यम से छह अगस्त की शाम प्रश्न-पत्र व आंसर-की एक करोड़ रुपये में हिसार के गांव माजरा प्याऊ निवासी नरेंद्र को बेची।

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