जींद में सीएम फ्लाइंग ने बगैर एनओसी चल रही दो फैक्ट्रियों में की छापेमारी, नोटिस जारी

जींद में सीएम फ्लाइंग की टीम ने छापेमारी की। बिना एनओसी के चल रहीं दो फैक्ट्रियों में टीम पहुंची। आश्रम बस्ती में दोनों फैक्ट्रियों में साबुन और वाशिंग पाउडर किया जाता है तैयार। दोनों फैक्‍ट्री के मालिकों को नोटिस जारी किया गया है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 04:49 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 04:49 PM (IST)
जींद में सीएम फ्लाइंग ने बगैर एनओसी चल रही दो फैक्ट्रियों में की छापेमारी, नोटिस जारी
जींद में सीएम फ्लाइंग की टीम ने छापेमारी की।

जींद, जागरण संवाददाता। सीएम फ्लाइंग की टीम ने जींद में छापेमारी की। टीम ने सोमवार को आश्रम बस्ती में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और दमकल विभाग से बगैर एनओसी लिए चल रही साबुन तथा वाशिंग पाउंडर की दो फैक्ट्री में छापोमारी की। फैक्ट्री में 80 टन साबुन और 25 टन वाशिंग पाउडर पाया गया। छापेमारी में सीएम फ्लाइंग के साथ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और दमकल विभाग के अधिकारी भी शामिल रहे। दोनों विभागों की तरफ से फैक्ट्री मालिकों को नोटिस जारी किए हैं।

सीएम फ्लाइंग को किसी ने शिकायत दी थी कि रिहायशी क्षेत्र आश्रम बस्ती में शांति कैमिकल फैक्ट्री में लाडला नाम से साबुन अौर उसके साथ लगती बाबा बालकनाथ फैक्ट्री में काफी सालों से वाशिंग पाउडर तैयार किया जाता है। दोनों फैक्ट्री संचालकों ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और दमकल विभाग से एनओसी नहीं ली है। रिहायशी क्षेत्र होने के बावजूद फैक्ट्रियों में साबुन व वाशिंग पाउडर बनाने में कैमिकल का प्रयोग किया जाता है।

इन दो फैक्ट्रियों में छापेमारी हुई

सीएम फ्लाइंग इंस्पेक्टर राजदीप के नेतृत्व में टीम ने  जींद की दोनों फैक्ट्रियों में छापेमारी की। वहीं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से मनीष यादव और दमकल विभाग से सुनील कुमार टीम में शामिल रहे। सीएम फ्लाइंग की टीम ने दोनों फैक्ट्रियों के दस्तावेज जांचे, तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और दमकल विभाग की एनओसी नहीं मिली। शांति कैमिकल फैक्ट्री में 80 टन साबुन तथा बाबा बालकनाथ में 25 टन वाशिंग पाउडर मिला। शांति कैमिकल फैक्ट्री के मालिक गांधी नगर निवासी विजेंद्र हैं और बाबा बालकनाथ वाशिंग पाउडर फैक्ट्री के मालिक गांधी नगर निवासी अनिता के नाम से चल रही है।

कर रहे हैं कार्रवाई : डीएसपी

सीएम फ्लाइंग डीएसपी रविंद्र ने बताया कि दोनों फैक्ट्रियों के बारे में शिकायत मिली थी। ये फैक्ट्रियां आबादी के बीच में चल रही हैं। जिन्होंने दोनों विभागों से एनओसी भी नहीं ली हुई है। मामले में कार्रवाई की जा रही है।

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