सरकारी कार्यालयों में शोपीस बनी हैं हैंड सैनिटाइडर मशीन

कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है लेकिन सरकारी कार्यालयों में लगी हजारों रुपये की हैंड सैनिटाइजर मशीन दम तोड़ रही है। अधिकारियों की अनदेखी का दंश झेल रही है। कुछ महीनों से खराब पड़ी हैं तो कहीं उनमें लिक्विड नहीं डाला जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Aug 2021 08:00 PM (IST) Updated:Mon, 30 Aug 2021 08:00 PM (IST)
सरकारी कार्यालयों में शोपीस बनी हैं हैंड सैनिटाइडर मशीन
सरकारी कार्यालयों में शोपीस बनी हैं हैंड सैनिटाइडर मशीन

जागरण संवाददाता, समालखा : कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है, लेकिन सरकारी कार्यालयों में लगी हजारों रुपये की हैंड सैनिटाइजर मशीन दम तोड़ रही है। अधिकारियों की अनदेखी का दंश झेल रही है। कुछ महीनों से खराब पड़ी हैं तो कहीं उनमें लिक्विड नहीं डाला जा रहा है। अधिकारियों में ही को कोरोना महामारी के प्रति सतर्कता दिखाई नहीं दे रही है।

करीब तीन माह पहले सरकारी कार्यालयों के भीतर मुख्य द्वार के पास जनता, अधिकारी और कर्मचारियों को हाथ सैनिटाइज करने के लिए हैंड सैनिटाइजर मशीन लगाई गई थी। सभी को हाथ सैनिटाइज कर अंदर जाना था। फिर भी एसडीएम कार्यालय, नगरपालिका और बिजली कार्यालय की मशीन काफी दिनों से बंद पड़ी है।

बीडीपीओ कार्यालय की मशीन भी सही तरीके से काम नहीं कर रही है। किसी में तरल सैनिटाइजर की कमी है तो कोई खराब पड़ी है। कर्मचारी सहित जनता बगैर हाथ सैनिटाइज किए अंदर जाते और काम करते हैं। अधिकारी इसे चालू करवाने की जहमत नहीं उठा रहे हैं। लाखों की मशीन शोपीस बनी है। कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। तीसरी लहर की प्रतीक्षा चली रही है, जबकि बाजार सहित दफ्तरों में सुरक्षा की घोर अनदेखी हो रही है। हाथ सैनिटाइज करना तो दूर लोग मास्क लगाने की भी उपेक्षा कर रहे हैं।

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