पाकिस्तानी इंटेलिजेंस से संपर्क मामले में कैथल का गुरविंदर गिरफ्तार, पिता बोले-बेटा बेकसूर

पाकिस्‍तानी इंटेजिलेंस से संपर्क मामले में कैथल के गुरविंदर को बठिंडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इकलौते बेटे की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही माता-पिता बठिंडा पहुंचे। मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसिज में है। पिता भी वर्ष 2003 में सेना में हवलदार के पद से सेवानिवृत हो चुके हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 06:52 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 06:52 PM (IST)
पाकिस्तानी इंटेलिजेंस से संपर्क मामले में कैथल का गुरविंदर गिरफ्तार, पिता बोले-बेटा बेकसूर
गुहला खंड के गांव गुरूनानक नगर का रहने वाला गुरविंदर।

कैथल, जागरण संवाददाता। पाकिस्तानी इंटेलिजेंस आपरेटिव (पीआइओ) के संपर्क रहने के मामले में बठिंडा पुलिस ने मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसिज (एमइएस) कर्मचारी गुरविंदर सिंह को गिरफ्तार किया है। गुरविंदर सिंह कैथल के गुहला खंड के गांव गुरूनानक नगर का है। गुरविंदर की गिरफ्तारी की सूचना परिवार को शुक्रवार रात करीब एक बजे मिली। सूचना मिलते ही शनिवार अल सुबह पिता सिमरजीत सिंह, मां रमनदीप कौर गांव से बठिंडा के रवाना हो गए।

पिता सिमरजीत सिंह ने बताया कि उनका बेटा पूरी तरह से बेकसूर है। किसी युवक ने उन्हें बातों में उलझाते हुए गलत आरोप लगाकर फसाया है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बेटा पढ़ा-लिखा है, जो चार साल पहले मिलिट्री में इंजीनियरिंग सर्विसिज (एमइएस) के पद नियुक्त हुआ था। नौकरी मिलने के बाद वह परिवार सहित बठिंडा आ गया था और यहां सरकारी क्वाटरों में अपनी पत्नी गगनदीप कौर व ढ़ाई साल के बच्चे के साथ रहता है। पाकिस्तानी इंटेलिजेंस आपरेटिव के संपर्क में रहने की बात पूरी तरह से झूठी है, उन्हें अपने बेटे पर पूरा विश्वास है, उनका बेटा देश के साथ कभी भी गद्दारी नहीं कर सकता। उसके साथ बात करने वाले किसी युवक ने साजिश के तहत उसके बेटे को फंसाया है।

दो बहनों में बड़ा है गुरविंदर, कंधों पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी

पिता सिमरजीत सिंह ने बताया कि वह भी सेना में नौकरी करके आए हैं। वर्ष 2003 में हवलदार के पद से सेवानिवृत हुए हैं। हमारी रगों में भारत माता का खून दौड़ता है। इकलौता बेटा भी सेना में है। दो छोटी बहनें कुलजीत कौर व छोटी रमनदीप कौर है। बड़ी बहन कुलजीत कौर की शादी हो चुकी है, जबकि छोटी बहन अविवाहित है। पूरे परिवार की जिम्मेदारी गुरविंदर के कंधों पर है, तो ऐसे में वह इस तरह का गलत काम कैसे कर सकता है। पिता सिमरजीत ने बताया कि वह गांव के गुरुद्वारा का प्रधान भी है, पूरा परिवार धार्मिक एवं सामाजिक कार्यों से जुड़ा हुआ है। सेना से सेवानिवृत होने के बाद परिवार के पालन-पोषण को लेकर साथ लगते गांव हरनौली में कपड़े की दुकान चलाते हैं।

गुरविंदर की गिरफ्तारी को लेकर गांव में चर्चा

गुरू नानक नगर पंचायत के सरपंच जसवंत सिंह ने बताया कि पहले उनका गांव हरनौली पंचायत में आता था, लेकिन पिछले प्लान से पंचायत अलग बन गई। चंडीगढ़ प्लाट, डेरा राला सिंह व टिब्बा प्लाट के नाम से तीन डेरे हैं, तीनों डेरों को मिलाकर एक पंचायत बनाई गई है। करीब 450 मतदाता हैं। रिटायर्ड फौजी सिरमजीत सिंह का परिवार चंडीगढ़ प्लाट में रहता है। बेटा बठिंडा में सेना में नौकरी करता है, छुट्टी मिलने पर ही गांव में आता है। अब बेटे गुरविंदर की गिरफ्तारी को लेकर गांव में चर्चा है। हर किसी की जुबां पर यह है गुरविंदर ऐसा कैसे कर सकता है।

हरनौली पुलिस चौकी इंचार्ज रामफल सिंह ने बताया कि गुरविंदर सिंह की गिरफ्तारी को लेकर कोई सूचना नहीं है। बठिंडा पुलिस ने भी इस बारे में किसी तरह की कोई जानकारी उनसे नहीं मांगी है।

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