गुरनाम सिंह चढ़ूनी बोले, 11 दौर की बातचीत में कृषि कानूनों का फायदा नहीं बता पाई सरकार
चढ़ूनी यमुनानगर से चलकर दिल्ली जाते समय करनाल के बसताड़ा टोल प्लाजा पर रुके। संयुक्त किसान मोर्चा से सस्पेंड होने पर चढूनी ने चुटकी लेते हुए कहा कि एक बार मुझे मेरी पत्नी ने भी सस्पेंड कर दिया था। लेकिन आठवें दिन वह मनाने आ गई थी।
संवाद सहयोगी, घरौंडा (करनाल)। किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के हालिया बयान पर कहा कि 11 दौर की बातचीत में एक बार भी सरकार तीन कृषि कानूनों का फायदा नहीं बता पाई। एमएसपी तय करने और तय रेट में फसल खरीदने में बहुत अंतर है। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा से सस्पेंड होने पर चढूनी ने चुटकी लेते हुए कहा कि एक बार मुझे मेरी पत्नी ने भी सस्पेंड कर दिया था। लेकिन, आठवें दिन वह मनाने आ गई थी।
मंगलवार को यमुनानगर से चलकर दिल्ली जाते समय किसान नेता चढूनी कुछ देर बसताड़ा टोल प्लाजा पर रुके। किसानों ने चढूनी व उनके काफिले का स्वागत किया। पत्रकारों से वार्ता में चढूनी ने किसान नेता गुणी प्रकाश से जुड़े सवाल पर हाथ जोड़ लिए और कहा कि इसके बारे में कुछ न पूछें। पहले भी वह व्यक्ति अपने गांव में कई बार पिट गया है। एक बार फिर ऐसा हो जाएगा।
अंदरूनी बातें मीडिया में नहीं आनी चाहिए
चढूनी ने कहा कि संगठन की अंदरूनी बातें मीडिया के सामने नहीं आनी चाहिए। यह विचारधारा का फर्क है। मेरी विचारधारा है कि मिशन पंजाब होना चाहिए, उनकी विचारधारा है मिशन उत्तरप्रदेश। उत्तर प्रदेश में भाजपा को हराने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
कानून वापस हों, फिर भी वेंटिलेटर पर रहेगा किसान
चढ़ूनी ने कहा कि अगर ये कानून वापस भी हो जाएं तो भी किसान वेंटीलेटर पर रहेगा। किसान हित में उन सभी कानूनों को वापस करना होगा जिससे खेती कमजोर हो रही है। संसद में चल रहे मानसून सत्र पर गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि सत्र में कोई बातचीत नहीं होगी। आंदोलन चलता रहेगा।
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