सरकार को सता रही सरकारी स्कूलों के छात्रों से स्वास्थ्य की चिंता, अब गुरुजी बनेंगे हेल्थ एंबेसेडर
हरियाणा सरकार ने बच्चों के स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए तैयारियां शुरू कर दीं हैं। सरकारी स्कूल से दो-दो शिक्षक हेल्थ एंबेसेडर बनाए जाएंगे। स्कूल खुलने से पहले स्वास्थ्य विभाग प्रशिक्षित करेगा। 11 विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कुरुक्षेत्र [अनुज शर्मा]। कोरोना वायरस की तीसरी लहर को गंभीरता से लेते हुए शिक्षा विभाग व स्वास्थ्य विभाग को सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता सताने लगी है। ऐसे में हेल्थ मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन ने बच्चों के स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दीं हैं। मिनिस्ट्री ने प्रत्येक सरकारी स्कूल से दो-दो शिक्षकों के नाम मांगे हैं, ताकि उन्हें हेल्थ एंबेसेडर बनाया जा सके। स्कूल खुलने से पहले स्वास्थ्य विभाग इन शिक्षकों को प्रशिक्षित करेगा। प्रथम चरण में विभाग ने मिडिल, हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों से डाटा मांगा है। जिला कुरुक्षेत्र के 299 स्कूलों से 598 शिक्षकों को हेल्थ एंबेसेडर बनाया गया है।
प्रत्येक स्कूल से दो शिक्षक चुने जाएंगे
इस कार्यक्रम में प्रत्येक सरकारी स्कूल में दो शिक्षकों एक पुरुष व एक महिला शिक्षक को हेल्थ एंड वेलनेस एंबेसेडर के रूप में चुना जाएगा। इनका काम रोगों से बचाव के उपायों के बारे में जानकारी प्रसारित करना होगा। खासतौर पर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ये बच्चों को जागरूक करेंगे। ये शिक्षक इस काम में कक्षा प्रतिनिधियों से भी सहयोग लेंगे।
11 विषयों पर दी जाएगी ट्रेनिंग
स्कूली स्वास्थ्य में 11 विषय चिन्हित किए गए हैं। इनके तहत ही शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इनमें कोरोना संक्रमण से बचाव, स्वस्थ होना, भावनात्मक मजबूती, मानसिक स्वास्थ्य, अंतर व्यक्तित्व संबंध मूल्य, लैंगिक समानता, पोषण आहार, स्वस्थ और साफ-सफाई, स्वस्थ जीवनशैली का प्रोत्साहन, प्रजनन स्वास्थ्य सहित अन्य विषय शामिल किए गए हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के विशेषज्ञों की ओर से शिक्षकों को इन विषयों पर ट्रेनिंग दी जाएगी।
खंड स्तर पर स्कूल व एंबेसेडरों पर एक नजर
खंड स्कूल एंबेसेडर
बाबैन 22 44
लाडवा 49 98
पिहोवा 63 126
शाहाबाद 65 130
थानेसर 100 200
कुल 299 598
मॉड्यूल अनुसार ट्रेनिंग दी जाएगीः डीपीसी
समग्र शिक्षा कुरुक्षेत्र के डीपीसी रामदिया गागट ने कहा कि शिक्षा विभाग ने मिडिल, हाई व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों से दो-दो शिक्षकों का डाटा मांगा है। उनके पास विभाग की ओर से गूगल लिंक भेजा गया था। जिन्हें सभी संबंधित शिक्षिकों को भेज दिया गया है। सभी ने अपना डाटा गूगल लिंक पर सीधे निदेशालय भेज दिया है। अब इन शिक्षकों की मॉड्यूल अनुसार ट्रेनिंग दी जाएगी।
पानीपत की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें