Rail Roko Andolan: यमुनानगर में रेलवे ट्रैक पर डटे किसान, मालगाड़ी रोकी

यमुनानगर में रेल रोको आंदोलन का असर देखने को मिला। आंदोलनकारी सुबह ट्रैक पर आ गए। इसके बाद नारेबाजी शुरू कर दी। कुछ ही देर में वहां मालगाड़ी आ रही थी। आंदोलनकारियों को ट्रैक पर बैठा देख मालगाड़ी रोक दी गई।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 03:36 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 03:36 PM (IST)
Rail Roko Andolan: यमुनानगर में रेलवे ट्रैक पर डटे किसान, मालगाड़ी रोकी
यमुनानगर में रेलवे ट्रैक पर बैठे आंदोलनकाराी।

यमुनानगर, जागरण संवाददाता। लखीमपुर खीरी में हुई घटना के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा ने फूंसगढ़ में रेलवे ट्रैक पर धरना दिया। 10 बजे किसान रेलवे ट्रैक पर इकट्ठे होना शुरू हो गए थे। 10 बजकर पांच मिनट पर मालगाड़ी आई, लेकिन किसानों को ट्रैक पर बैठे व लाल झंडियां लगी देख दूर ही रुक गई। हालांकि मौके पर उपस्थित डीएसपी के कहने पर किसानों ने मालगाड़ी को यहां से गुजरने के लिए कह दिया था, लेकिन ड्राइवर ने गाड़ी को ट्रैक पर ही रोके रखा। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल व एंबुलेंस की गाड़ियां तैनात रहीं।

भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश संगठन मंत्री हरपाल सुढल, डायरेक्टर मनदीप सिंह रोड छप्पर व धर्मपाल ने कहा कि लखीमीपुर खीरी की घटना योजनाबद्ध थी। इसमें बेकसूर किसान मारे गए। इस घटनाक्रम की निष्पक्षता से जांच की जानी चाहिए। किसान मोर्चा जांच से पहले घटना के आरोपित के पिता व केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग कर रहा है। अगर जांच के दौरान वह मंत्री पद पर रहा तो घटना की निष्पक्ष जांच नहीं हो पाएगी। इसी मांग को लेकर सोमवार को संयुक्त मोर्चा ने देश भर ट्रेनें रोककर विरोध जताया।

ट्रैक पर धरने पर बैठे किसानों का कहना है कि कृषि कानूनों के विरोध में देश भर का किसान आंदोलनरत है। किसानों की मांग पूरी किए जाने बजाय उन पर अत्याचार किए जा रहे हैं। लेकिन किसान किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेंगे। जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी जैसी घटना की जितनी निंदा ही जाए, उतनी कम है। इस घटना से जुड़े सभी आरोपितों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए। साथ ही मंत्री को बर्खास्त किया जाए। ताकि इस मामले की जांच प्रभावित न हो।

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