बिना गेट पास सेंट्रल स्टोर से निकाला सामान, 11 दिन बाद 40 किलोमीटर दूर ट्रैक्टर-ट्राली से पहुंचा, जेई को चार्जशीट करने के निर्देश

गोहाना रोड स्थित यूएचबीवीएन (उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम) का सेंट्रल स्टोर इनदिनों चर्चा में है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 11:55 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 11:55 PM (IST)
बिना गेट पास सेंट्रल स्टोर से निकाला सामान, 11 दिन बाद 40 किलोमीटर दूर ट्रैक्टर-ट्राली से पहुंचा, जेई को चार्जशीट करने के निर्देश
बिना गेट पास सेंट्रल स्टोर से निकाला सामान, 11 दिन बाद 40 किलोमीटर दूर ट्रैक्टर-ट्राली से पहुंचा, जेई को चार्जशीट करने के निर्देश

जागरण संवाददाता, पानीपत

गोहाना रोड स्थित यूएचबीवीएन (उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम) का सेंट्रल स्टोर इन दिनों चर्चा में है। मई 2019 में स्टोर से बिना गेट पास के गाड़ी से सामान निकालने के मामले में विभागीय उच्च अधिकारियों ने तत्कालीन जेई को चार्जशीट करने के निर्देश जारी किए हैं। उक्त मामले में तत्कालीन एक्सईएन विजय आनंद की शिकायत पर मार्च 2020 में विजिलेंस द्वारा जांच की गई थी। जांच में निकलकर आया की पानीपत सेंट्रल स्टोर से सामान बेलेरो (पिकअप) गाड़ी से निकला और करनाल स्टोर में ट्रैक्टर ट्राली से पहुंचा। वो भी 40 किलोमीटर दूर 11 दिन में।

कर्मचारियों ने बना ली थी वीडियो

तत्कालीन एक्सईएन विजय आनंद ने उच्च अधिकारियों को पानीपत सेंट्रल स्टोर से बिना गेट पास के गाड़ी से सामान निकालने की शिकायत की थी। शिकायत पर विजिलेंस द्वारा जांच की गई। विजिलेंस की जांच में सामने आया कि 11 मई 2019 को गाड़ी से कंडक्टर तार का ड्रम सेंट्रल स्टोर पानीपत से बिना गेट पास के निकाला जा रहा था। तभी गेट पर तैनात कर्मचारियों द्वारा गेट पास की मांग की तो तत्कालीन जेई द्वारा गेट पास बाद में उपलब्ध कराने की बात कहीं गई। ऐसे में एक कर्मचारी ने गाड़ी की वीडियोग्राफी कर ली। जांच के मुताबिक तत्कालीन जेई सामान में किसी तरह की हेराफेरी तो नहीं कर सका, लेकिन मामला उजागर होने पर बिना आवश्यकता के ही करनाल स्टोर के नाम एसीएसआर 50 एमएम टू और चार हजार मीटर सामान का गेट पास व चालान बना 30 मई 2019 को गाड़ी के जरिये भेजा दिखाया। जोकि 40 किलोमीटर दूर एक तो 11 दिन बाद 8 जून 2019 को पहुंचा। वो भी गाड़ी से नहीं, बल्कि ट्रैक्टर ट्राली से। होमगार्ड कर्मियों की चुनाव में लगी थी ड्यूटी

सेंट्रल स्टोर में सुरक्षा के लिहाज से सिक्योरिटी आफिसर के अलावा होमगार्ड की तैनाती होती है। लेकिन होमगार्ड के जवानों की ड्यूटी सात मई से 12 मई 2019 तक लोकसभा चुनाव के चलते कहीं और लगी थी। ऐसे में सिक्योरिटी आफिसर की देख रेख में कार्यालय के कर्मचारी ही सिक्योरिटी का काम देख रहे थे।

सिक्योरिटी आफिसर ने भी की लापरवाही

विजिलेंस जांच के मुताबिक गेट पर तैनात कर्मचारी ने बिना गेट पास के स्टोर से सामान की गाड़ी निकालने के मामले सिक्योरिटी आफिसर को फोन कर अवगत करा दिया था। आफिसर द्वारा समय रहते उच्च अधिकारियों को अवगत नहीं कराया गया। जोकि उनकी लापरवाही को भी दर्शाता है। ऐसे में जांच अधिकारी ने रिपोर्ट में अधिकारियों से जेई के साथ सिक्योरिटी आफिसर के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की सिफारिश की थी।

उच्च अधिकारियों ने जारी किए निर्देश

सेंट्रल स्टोर पानीपत के एक्सईएन एसके ढुल ने दैनिक जागरण को बताया कि सेंट्रल स्टोर से मई 2019 में बिना गेट पास के सामान निकालने व बाद में उसका गेटपास व चालान काट करनाल स्टोर भेजने के मामले में उच्च अधिकारी ने तत्कालीन जेई सुनील कुमार को चार्जशीट करने के निर्देश जारी किए हैं।

मेरा ऐसा कोई मामला नहीं

तत्कालीन जेई सुनील कुमार ने कहा कि मेरा ऐसा कोई मामला नहीं है। मैंने खुद आरटीआइ लगाकर सेंट्रल स्टोर से संबंधित वीडियों रिकार्डिंग मांगी थी। उसने उच्च अधिकारियों से मामले में शिकायत भी कर रखी है।

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