किसानों के लिए खुशखबरी, गन्ने के साथ दूसरी फसल उगाने पर मिलेंगे आठ हजार प्रति हेक्टयेर

ये किसानों के काम की खबर है। किसानों के लिए खुशखबरी है कि अगर गन्‍ने के साथ दूसरी फसल लगाते हैं तो उन्‍हें आठ हजार रुपये का अनुदान मिलेगा। इंटरक्रापिंग को बढ़ावा देने के लिए विभाग ने शुरू की योजना।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 09:56 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 09:56 AM (IST)
किसानों के लिए खुशखबरी, गन्ने के साथ दूसरी फसल उगाने पर मिलेंगे आठ हजार प्रति हेक्टयेर
गन्‍ने की फसल के साथ दूसरी फसल पर अनुदान।

यमुनानगर, जागरण संवाददाता। गन्ने के साथ दूसरी फसल (इंटरक्रापिंग) उगाने पर किसान को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से आठ हजार रुपये प्रति हेक्टेयर अनुदान दिया जाएगा। यह राशि फसल के लिए खाद खुराक खरीदने के लिए दी जा रही है। विभाग का प्रयास है कि क्षेत्र में अधिक से अधिक इंटरक्रापिंग हो। ताकि किसानों की आमदन बढ़ सके। क्योंकि गन्ने की फसल के साथ दूसरी फसल बोनस मानी जाती है।

यह है इंटरक्रापिंग

गन्ने की फसल के साथ किसान लहसुन, प्याज, मसूर, चना, गेहूं जैसी फसलें उगा सकता है। इन दिनों गन्ने की बिजाई जोरों पर है। क्षेत्र में गन्ने की फसल के साथ लहसुन को काफी तरजीह दी जा रही है। इसका बड़ा फायदा यही है कि एक फसल में डाली गई खाद-खुराक दूसरी फसल के काम आती है। किसान कम लागत में दो फसलें तैयार कर सकता है। लहसुन व प्याज उगाने से गन्ने की फसल में कनसुआ नाम रोग का प्रकोप की संभावना कम हो जाती है।

यहां करें आवेदन

सीजन में अनुदान लेने के लिए किसान किसान कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडाटएग्रीहरियाणाडाटजीओवीडाटइन में एग्री स्कीम गर्वनेंस लिंक पर आवेदन 30 नवंबर तक कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए संबंधित कृषि विकास अधिकारी, (गन्ना) सहायक गन्ना विकास अधिकारी कार्यालय में भी संपर्क कर सकते हैं।

किसानों के लिए फायदेमंद

सहायक गन्ना विकास अधिकारी डा. सूरज भान ने बताया कि इंटरक्रापिंग किसानों के लिए काफी फायदेमंद है। इस ओर किसानों का रुझान भी बढ़ रहा है। इस विधि को अपनाने से फसल पर आने वाला खर्च कम हो जाता है। किसानों की आमदन बढ़ जाती है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को आगे आना चाहए।

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