अच्छी खबर, पानीपत में कोरोना के घट रहे केस, अब अस्पताल में आएगा बड़ा बदलाव, सस्ता होगा इलाज
कोरोना से राहत मिलने के बाद पानीपत के सिविल अस्पताल का कायाकल्प होगा। एमसीएच विंग ब्लड बैंक पर काम होगा। स्थाई आइसीयू भी बनेगी। स्वास्थ्य विभाग अपने इंफ्रास्ट्रैक्चर को सुधारने के बारे में कदम उठा रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा।
पानीपत, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के जिले में घटते केस सुखद संदेश दे रहे हैं। वायरस से निर्णायक जंग जीतने के बाद स्वास्थ्य विभाग अपने इंफ्रास्ट्रैक्चर को सुधारने पर फोकस करने की रणनीति बना चुका है। सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में 100 बेड की मेटरनल एंड चाइल्ड केयर यूनिट, नई बिल्डिंग में ब्लड बैंक तैयार करना प्राथमिकता में शामिल हैं। सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा ने जागरण से बातचीत में इसके संकेत दिए हैं।
सौ बेड की एमसीएच विंग
वर्ष 2018 में प्रदेश सरकार ने अत्याधुनिक मैटरनल एंड चाइल्ड हेल्थ की घोषणा की थी। वर्ष 2019 में 20 करोड़ रुपये की सैद्धांतिक मंजूरी दी। मौजूदा वर्ष में करीब 13 करोड़ रुपये की धनराशि स्वास्थ्य विभाग ने पीडब्ल्यूडी के खाते में जमा करा दिए हैं।
1000 यूनिट का होगा ब्लड बैंक
सिविल अस्पताल के प्रथम तल पर 1000 यूनिट का ब्लड बैंक खोलने की तैयारी प्रथम चरण में है। इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो रहा है। रेफ्रीजरेटर मिल चुके हैं। ब्लड सेपरेटर मशीन सहित अन्य उपकरण आने हैं। पूरा सेटअप तैयार होने के बाद खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन में लाइसेंस के लिए आवेदन किया जाएगा।
स्थाई आइसीयू भी बनेगी
कोरोना वायरस संक्रमण ने डराने के साथ स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट भी किया है। नतीजा, सिविल अस्पताल स्थित बर्न वार्ड की छत पर गहन चिकित्सा यूनिट (आइसीयू) की कवायद शुरू हो गई है। पीडब्ल्यूडी (भवन एवं सड़क निर्माण) ने साइट प्लान के लिए 2000 वर्ग फीट जगह मांगी है। जगह की पैमाइश भी हो चुकी है।
अस्थाई आइसीयू रनिंग में आएगी
सिविल अस्पताल में इमरजेंसी और बर्न वार्ड के पास छह बेड की आइसीयू(गहन चिकित्सा यूनिट) बनकर तैयार है। आइसीयू की व्यवस्था संभालने के लिए पांच डाक्टर, 20 स्टाफ नर्स, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की डिमांड डीजी हेल्थ कार्यालय को भेजी गई है। उम्मीद है यह जल्द रनिंग में आ जाएगी।
40 हेल्थ वेलनेस सेंटर बनेंगे
वित्तीय वर्ष 2020-21 में हरियाणा सरकार ने जिला के 40 सब सेंटर्स को अपग्रेड कर हेल्थ वेलनेस सेंटर बनाने का निर्णय लिया है। पीडब्ल्यूडी बीएंडआर (भवन एवं सड़क) के खाते में 2.80 करोड़ रुपये की धनराशि ट्रांसफर कर दी गई है। ये सेंटर मच्छरौली, नामुंडा, किवाना, अलूपुर, नैन, परढ़ाना, भाउपुर, पाथरी, अटावला, उरलाना कलां, खुखराना, लोहारी, बाल जाटान, शेरा, खंडरा, ब्राह्मण माजरा, डाहर, बुआना लाखू, शाहपुर, जौंधन कलां, अधमी, जलालपुर, गोयला खेड़ा, गढ़ी बेसिक, बबैल, कुटानी, निजामपुर, खलीला, बरौली, शिमला मौलाना, फरीदपुर व गढ़ी सिकंदरपुर में बनने हैं।