4000 बच्चों ने गीता श्लोकों के उच्चारण से गीतामय बनाया वातावरण

जागरण संवाददाता, पानीपत : शंख की ध्वनि और गीता के जयकारों से सोमवार को शहर गूंज उठा। जगह-जगह शोभायात्रा का स्वागत हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 Dec 2018 11:59 PM (IST) Updated:Mon, 17 Dec 2018 11:59 PM (IST)
4000 बच्चों ने गीता श्लोकों के उच्चारण से गीतामय बनाया वातावरण
4000 बच्चों ने गीता श्लोकों के उच्चारण से गीतामय बनाया वातावरण

जागरण संवाददाता, पानीपत : शंख की ध्वनि और गीता के जयकारों से सोमवार को शहर गूंज उठा। माथे पर पवित्र गीता की पुस्तक लिए महिलाएं शोभायात्रा में चल पड़ीं। देवी मंदिर और सनातन धर्म मंदिर से निकाली गई शोभायात्रा में हजारों स्कूली बच्चे शामिल हुए। सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने इसमें खूब सहयोग दिया।

सर्वप्रथम देवी मंदिर से शोभायात्रा का प्रारंभ हुआ। देवी मंदिर में गीता का पूजन कांता महाराज ने किया। दूसरी शोभायात्रा सनातन धर्म मंदिर मॉडल टाउन से निकाली गई। प्रधान तरुण गांधी ने गीता का पूजन कर शोभायात्रा को रवाना किया। पूरा वातावरण गीतामय हो गया। बैंड बाजे भी गीता की धुन बज रहे थे। श्रद्धालु नाचते गाते शोभायात्रा में चले। 25 झांकियों के देखने के लिए जगह-जगह शहरवासी उमड़े। जीटी रोड लालबत्ती चौराहे पर दोनों शोभायात्राओं का मिलन हुआ।

शोभायात्रा में गीता से संबंधित 25 झांकियां व 4000 स्कूली बच्चों की तरफ से श्लोकों का उच्चारण किया गया। शोभायात्रा समारोह स्थल आर्य कॉलेज ग्राउंड में पहुंची। स्वामी ज्ञानानंद ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया।

वैश्विक समस्याओं का हल गीता में : स्वामी ज्ञानानंद

स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि गीता संसार के वैश्विक समस्याओं का एकमात्र हल है। गीता किसी धर्म विशेष के लिए नहीं है और न ही कहीं गीता में किसी जाति विशेष का उल्लेख है। समता का संदेश देती है गीता। जीव की सब समस्याओं का सार बताती है गीता। गीता के गहन अध्ययन से जीव अपनी सब समस्याओं का हल पा सकता है। शिक्षा वर्ग में भी गीता का विशेष उपयोग है। बच्चों को सही राह पर ले जाने का साधन है गीता। अब तो विदेशी विश्वविद्यालयों में भी गीता को अपनी शिक्षा प्रणाली में स्थान दिया है।

समारोह स्थल पर प्रदर्शनी लगाई गई। समारोह में शामिल हजारों लोगों ने प्रदर्शनी में भाग लिया। प्रदर्शनी में गीता संबंधी साहित्य के स्टाल लगे।

आर्य कॉलेज सभागार में संगोष्ठी आर्य कॉलेज सभागार में गीता पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ। जिसमें स्वामी दयानन्द सरस्वती डीसी सुमेधा कटारिया, समाजसेवी विजय लक्ष्मी पालीवाल, बाबा भूपेन्द्र ¨सह पटियाला वाले, पं. राधे राधे, कवि योगेन्द्र मौदगिल और डॉ. अर्चना गुप्ता ने गीता की उपयोगिता पर विचार रखे। उन्होंने जीवन को सुदृढ़ बनाने पर जोर दिया। ¨सह सभा पहली पातशाही इसराना की तरफ से लंगर वितरित किया।

पांच कुंडीय हवन आज

गीता महोत्सव के दूसरे दिन आर्य कॉलेज ग्राउंड में सुबह 9.30 से दोपहर 12 बजे तक संपूर्ण गीता का 5 कुंडीय हवन यज्ञ किया जाएगा। दोपहर 12 बजे से 12.15 बजे तक ग्लोबल चैं¨टग के अंतर्गत गीता के 18 अध्याय के 18 श्लोकों का सामूहिक पाठ किया होगा। स्कूलों के 5000 बच्चे सभी धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाएं व प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहेंगे।

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