स्लोगन लिखकर पृथ्वी बचाने का संदेश दिया

पृथ्वी दिवस मनाने की शुरुआत 1970 में हुई थी। पहली बार पृथ्वी दिवस को 22 अप्रैल 1970 मनाया गया था। इस समय दुनिया भर के 193 देशों में इसको मनाया जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 09:44 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 09:44 PM (IST)
स्लोगन लिखकर पृथ्वी बचाने का संदेश दिया
स्लोगन लिखकर पृथ्वी बचाने का संदेश दिया

जासं, पानीपत : विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर वार्ड 10 में रानी महल स्थित राजकीय प्राथमिक पाठशाला के शिक्षक बोधराज ने 100 स्लोगन लिखा हुआ पोस्टर बनाकर पृथ्वी बचाने का संदेश दिया।

उन्होंने बताया कि कोरोना काल के कारण विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश भी शुरू हो गया है। इस वर्ष विश्व पृथ्वी दिवस 2021 की थीम है ''रिस्टोर आवर अर्थ '' अर्थात पृथ्वी को फिर से अच्छी अवस्था में बहाल करना। पृथ्वी दिवस मनाने की शुरुआत 1970 में हुई थी। पहली बार पृथ्वी दिवस को 22 अप्रैल 1970 मनाया गया था। इस समय दुनिया भर के 193 देशों में इसको मनाया जाता है। इस खास दिवस की शुरुआत अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन ने की थी। उनके मन में ही पहली बार ख्याल 1969 में तेल रिसाव की घटना के बाद आया था।

पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक किया

जासं, पानीपत : आर्य पीजी कॉलेज के प्राणी शास्त्र विभाग के तत्वावधान में 'पर्यावरण संरक्षण' विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन हुआ। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक से प्राणीशास्त्र विभाग से प्रो. विनीता शुक्ला बतौर मुख्य वक्ता शामिल हुई। उन्होंने धरती पर पाए जाने वाली विभिन्न प्रजातियों से अवगत करवाया। कहा कि हमें पहले जीवों का संरक्षण करना होगा, तभी धरती को बचा पाएंगे। जैव-विविधता के बिना पृथ्वी पर मानव जीवन असंभव है।

वेबिनार की समन्वयक डॉ. गीताजंली धवन ने बताया कि 'व‌र्ल्ड अर्थ डे' के अवसर पर ऑनलाइन वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी, पोस्टर मेकिग व स्लोगन लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया गया। वीडियोग्राफी में विजय शेरावत, पोस्टर मेकिग व स्लोगन में दीपक ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। प्राचार्य डा जगदीश गुप्ता ने पर्यावरण के प्रति जागरूक किया। इस अवसर पर प्रो. पंकज चौधरी, मोडरेटर प्रो. प्रिया शर्मा, प्रो. विकास काठपाल मौजूद रहे।

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