कुरुक्षेत्र अनाजमंडी का हाल बेहाल, वेरिफिकेशन न होने से अटके गेट पास

कुरुक्षेत्र अनाज मंडी का किसान लगातार चक्‍कर लगाकर परेशान हो रहे हैं। वेरिफिकेशन न होने की वजह से गेट पास अटके हुए हैं। किसानों को अपनी गेहूं बेचने में आ रही समस्या। उच्चाधिकारियों को वेरिफिकेशन का काम करना है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 04:58 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 04:58 PM (IST)
कुरुक्षेत्र अनाजमंडी का हाल बेहाल, वेरिफिकेशन न होने से अटके गेट पास
गेट पास न होने से किसान परेशान।

कुरुक्षेत्र, जेएनएन। मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अप्रैल माह में पंजीकरण करने वाले कई किसानों के गेहूं के गेट पास अटक गए हैं। गेट पास नहीं कटने पर किसानों को गेहूं बेचने में परेशानी झेलनी पड़ रही है। इसके लिए किसान कई दिनों से मार्केट कमेटी कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं। अधिकारी इसके पीछे पंजीकरण के बाद वेरिफिकेशन न होेने को कारण मान रहे हैं। जिला भर में ऐसे सैकड़ों किसान हैं जिन्होंने पांच व छह अप्रैल को पंजीकरण करवाया था। किसानों ने अधिकारियों से समस्या के समाधान की मांग की है।

प्रदेश सरकार की ओर से गेहूं की सरकारी खरीद के लिए इसका मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण होना अनिवार्य किया गया है। पोर्टल पर पंजीकृत किसान के ही गेट पास बन रहे हैं। किसान को गेट पास मिलने के बाद ही गेहूं की सरकारी खरीद हो रही है। लेकिन जिला भर में कई किसान ऐसे हैं जिनका गेट पास ही तैयार नहीं हो रहा है। अनाज मंडियों के गेट पर बैठे कर्मचारी जैसे ही कंप्यूटर में किसान का नाम डालते हैं तो उसकी वेरिफिकेशन पेंडिंग दिखा रहा है। थानेसर की नई अनाज मंडी में गेहूं लेकर पहुंचे गांव दबखेड़ी के किसान गुरचरण सिंह व अमीन के बलवान सिंह ने बताया कि वह कई दिन पहले अनाज मंडी में अपनी गेहूं लेकर पहुंचे थे। उनका गेट पास नहीं बन पाया है। गेट पास पर बैठे कर्मचारी वेरिफिकेशन पेंडिंग होने की बात कह रहे हैं। उन्होंने अपनी फसल का पंजीकरण अप्रैल माह के पहले सप्ताह में करवाया था। जिला भर में ऐसे सैकड़ों किसान हैं, जिन्हें यही समस्या झेलनी पड़ रही है।

वेरिफिकेशन के बाद ही बन पाएंगें गेट पास

थानेसर मार्केट कमेटी के सचिव हरजीत सिंह ने बताया कि अप्रैल माह में पंजीकरण करवाने वाले कई किसानों के वेरिफिकेशन नहीं हो पाए हैं। यह वेरिफिकेशन मुख्यालय स्तर पर होने हैं। उन्होंने सभी किसानों की रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेज दी है। पोर्टल पर वेरिफिकेशन होते ही इनके गेट पास तैयार हो जाएंगे। किसानों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।

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