गैजेट्स और एप में सिमटी है स्मार्ट लोगों की दुनिया

बाजार में रोजाना नए-नए गैजेट्स लांच होते रहते हैं। एक सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक 18 से 34 वर्ष की आयु के लोग करीब 20 घंटे स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं। एप्स के जरिए पूरी दुनिया मुठ्ठी में समायी है। मनोरंजन के साधन के साथ-साथ रोजमर्रा की जरूरी चीजें भी आसानी से मिल जाती हैं। ऐसी ही स्थिति गैजेट्स की भी है। युवा वर्ग तो इनका दीवाना है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 10:15 AM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 10:15 AM (IST)
गैजेट्स और एप में सिमटी है स्मार्ट लोगों की दुनिया
गैजेट्स और एप में सिमटी है स्मार्ट लोगों की दुनिया

जागरण न्यूज नेटवर्क, पानीपत : बाजार में रोजाना नए-नए गैजेट्स लांच होते रहते हैं। एक सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक 18 से 34 वर्ष की आयु के लोग करीब 20 घंटे स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं। एप्स के जरिए पूरी दुनिया मुठ्ठी में समायी है। मनोरंजन के साधन के साथ-साथ रोजमर्रा की जरूरी चीजें भी आसानी से मिल जाती हैं। ऐसी ही स्थिति गैजेट्स की भी है। युवा वर्ग तो इनका दीवाना है। आज हम कुछ ऐसे ही गैजेट्स और एप्स की जानकारी देंगे।

मेल हो या फीमेल, एड्रॉयड मोबाइल फोन और इंटरनेट यूजर्स फेसबुक, यू-ट्यूब, व्हाट्सएप, फेसबुक मैसेंजर, जीमेल, और गूगल सर्च के विषय में तो भली भांति जानते हैं। इनके अलावा भी कई एप्प ऐसे हैं, जिनका इस्तेमाल युवा पीढ़ी, बिजनेसमैन खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। ये हैं गूगल मैप, भीम और तेज एप्प। इंटरनेट यूजर्स की बात करें तो लगभग 57 फीसद लोग गूगल मैप के जरिए ट्रैफिक जाम की स्थिति और रूट को समझने के लिए उपयोग कर रहे हैं। इंस्टाग्राम और स्नैप चैट को युवाओं की जान बने हुए हैं। यूजर लाइव फोटो और वीडियो शेयर करने के लिए खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। बस और रेल से लंबा सफर करने वालों के लिए गाना, सावन और पंडौरा एप पसंदीदा हैं। गैजेट्स का संसार भी अब मोबाइल फोन, टेब और लैपटॉप तक सीमित नहीं रहा है। पहले ब्लूट्रूथ केवल कान में लगाया जाता था। अब बाजार में रिस्ट बैंड, लॉकेट और ¨रग की शक्ल में भी उपलब्ध हैं। फीमेल इनका ज्यादा यूज कर रही हैं। फ्री हैंड रहने के लिए ईयर फोन और हैड फोन भी यूज किए जा रहे हैं।

बड़े काम के ये एप

आयकर सेतू

इनकम टैक्स विभाग में ऑनलाइन भुगतान, पैन कार्ड एप्लाई करने, टैक्स कैल्कुलेट करने और विषय संबंधित चै¨टग में इस्तेमाल होता है।

जीएसटी रेट फाइंडर :

विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं पर लगे जीएसटी रेट की जानकारी चाहिए तो मोबाइल फोन, टैब और लैपटॉप में यह एप डाउनलोड करें।

आइआरसीटीसी :

इस एप के जरिये आप ऑनलाइन रेल टिकिट बु¨कग कर सकते हैं।

स्वच्छ भारत अभियान :

इस एप की मदद से आप अपनी गली-मुहल्ले की गंदगी, जलभराव आदि की जानकारी फोटो सहित नगर निगम को भेज सकते हैं। समाधान नहीं होने पर फीडबैक भी दे सकते हैं।

माय स्पीड (ट्राय) :

यह एप आपको अपने डेटा स्पीड के अनुभव को मापने और उसका परिणाम ट्राई संस्था को भेजने में मदद करता है।

पोस्ट इंफो :

भारत की पोस्टल टैक्नोलॉजी में सुधार करने का काम करता है। पार्सल को ट्रैक करना, पोस्ट ऑफिस को ढूंढना और ब्याज दर को कैल्कुलेट करने में मदद करता है।

एम आधार एप :

यूनिक्यू आइडेंटीफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया का यह एप बहुत उपयोगी है। इससे आप केवाईसी इंफोर्मेशन किसी भी सर्विस प्रोवाइडर को शेयर कर सकते हैं।

एम पासपोर्ट :

नाम से ही आपको पता चल गया होगा की ये पासपोर्ट से संबंधित सेवाएं प्रदान करता है। पासपोर्ट एप्लीकेशन स्टेटस, पासपोर्ट सेवा केंद्र और पासपोर्ट प्राप्त करने की जानकारी देता है।

उमंग :

यह एप नागरिकों के लिए बहुत उपयोगी है। एक ही मंच पर सभी सरकारी विभागों और उनकी सेवाओं को एक साथ लाता है।

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एंड्रॉयड और स्मार्ट फोन खरीदने आने वाला हर ग्राहक सबसे पहले गैजेट में पहले से अपलोड एप के बारे में जानकारी लेता है। इसके बाद अपनी पसंद के एप अपलोड कराता है। युवा वर्ग के लिए गैजेट्स और एप्प, उनकी दुनिया है।

नितीश अरोड़ा, गैजेट्स व‌र्ल्ड, असंध रोड

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