कुरुक्षेत्र में ठगों के जाल में फंसी बेरोजगार युवती, इस तरह ठग लिए तीन लाख रुपये
कुरुक्षेत्र में बेरोजगार युवकी ठगी का शिकार हो गई। जान पहचान की महिला ने कंपनी में हिस्सेदारी का झांसा दिया। मोटे मुनाफे के सपने दिखाए। उससे तीन लाख रुपये ले लिए। युवती ने पैसं मांगे तो पहले टरकाते रहे। फिर उसे धमकी दी।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। शहर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपितों ने क्यू-नेट कंपनी में हिस्सेदार बनाने के लिए तीन लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। आरोपितों में दो महिलाएं भी शामिल हैं।
वशिष्ट कालोनी निवासी काजल ने शहर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसकी कोरोना काल में नौकरी छूट गई थी। रोजगार की तलाश में वह अपनी सहेली पंचकूला के रामपुरी सिउडी निवासी मनमीत कौर से अकसर बात करती रहती थी। मनमीत का उसके घर आना-जाना था। मनमीत ने 22 जून 2019 को वाट्सएप पर उससे पैसों की मदद मांगी। मगर, वह पैसे नहीं दे सकी। 21 मई 2020 को आरोपित ने दोबारा पैसों की मदद मांगी। उसने अपने रिश्तेदार राजेश कुमार से 50 हजार रुपये लेकर मनमीत को पिपली में दिए। आरोपित ने पांच दिन में पैसे वापस करने की बात कही थी। जब उसने पैसे वापस मांगे तो मनमीत ने कहा जल्द ही उसके पैसे वापस देगी।
पैसा लगाओ, बिजनेस नौकर करेंगे
मनमीत ने उसे ठगने के लिए उसकी बेरोजगारी का फायदा उठा कर बिजनेस करने के लिए कहा। उसे बताया गया कि यह एग्रीगेट बिजनेस माडल कंपनी है। इसमें बस पैसा लगाना होता है बिजनेस नौकर करते हैं। उन्हें घर बैठे कमीशन और लाभ का पैसा मिलता है। इससे महीने की लाखों की कमाई होती है। आरोपितों ने झांसा दिया कि वे उस क्यू-नेट कंपनी का हिस्सेदार बना देंगे। उसे ढाई लाख रुपये लगाने होंगे। दो माह से भी कम समय में पैसे पूरे हो जाएंगे।
माइंड वाश कर जाल में फंसाया
पीड़िता ने बताया कि आरोपित मनमीत ने उसे धीरज अरोड़ा, गीतिका व हेमंत से वीडियो कॉल पर बात कराई। आरोपित ने उसे तरीके समझाए और माइंड वाश कर उकसाया। उसे कहा कि 50 हजार जो उधार लिए हैं और बकाया दो लाख रुपये उसे दे दो। वह आरोपितों के बहकावे में आ गई और 12 जून 2020 को दो लाख रुपये अपने पिता के खाते से ट्रांसफर कर दिए। उसे बताया गया कि उसे विदेश यात्रा पर ले जाएंगे व बहुत सारे उपहार भी देंगे। जब उसने अपने पैसे वापस मांगे तो उसे बताया कि क्यू-नेट में देरी से पैसे लगाए गए हैं, इसलिए 50 हजार रुपये और देने होंगे। फिर दो से तीन दिन में हिस्सेदारी इकरारनामा के साथ कमीशन व लाभ के पैसे भी आने शुरू हो जाएंगे।
पैसे मांगने पर जान से मारने की दी धमकी
पीड़ित ने पांच अक्टूबर 2020 को ओबीसी बैंक के खाते से 50 हजार रुपये आरोपित मनमीत को जीरकपुर में दिए। एक सप्ताह गुजरने के बाद जब पैसे वापस देने की बात कही तो उन्होंने पैसे देने से इन्कार कर दिया और धमकी दी कि उसे जान से मरवा देंगे। शिकायत में आरोप लगाया कि षड्यंत्र के तहत उससे तीन लाख रुपये ठगे गए हैं। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच एएसआइ कर्मबीर को सौंपी है। एएसआइ कर्मबीर ने बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
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