Fraud News: यमुनानगर में कमेटी डालने और शेयर मार्केट के नाम पर लूट, पांच सहेलियों से 30 लाख की ठगी
यमुनानगर पुलिस को दी शिकायत के मुताबिक बिलासपुर निवासी वीना रानी का पति पवन कुमार वर्ष 2013 में इराक में नौकरी के लिए गए हुए हैं। बीच में वह वापस भी आते रहते थे। विदेश से पति पवन कुमार उसके लिए नरवाल मनी ट्रांसफर के पास पैसे भेजता था।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। यमुनानगर में कमेटी डालकर व शेयर मार्केट में पैसा लगाकर दोगुना करने के लालच बिलासपुर निवासी पांच सहेलियाें से करीब 30 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। आरोप बिलासपुर की ही सविता गर्ग, उसके पति प्रवेश गर्ग व बेटी आरजू गर्ग पर लगा है। शुरुआत में आरोपितों ने कुछ पैसा वापस किया। बाद में यह पैसा भी शेयर मार्केट में इंवेस्ट करने का लालच देकर ले लिया। अब वह पैसा देने से इंकार कर रहे हैं। मामले की एसपी को शिकायत दी गई थी। इसके बाद आर्थिक अपराध शाखा ने जांच की। जांच के बाद बिलासपुर थाना पुलिस ने आरोपित दंपती व उसकी बेटी पर केस दर्ज किया है।
पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार
पुलिस को दी शिकायत के मुताबिक, बिलासपुर निवासी वीना रानी का पति पवन कुमार वर्ष 2013 में इराक में नौकरी के लिए गए हुए हैं। बीच में वह वापस भी आते रहते थे। विदेश से पति पवन कुमार उसके लिए नरवाल मनी ट्रांसफर के पास पैसे भेजता था। वहां से वीना पैसे लेकर अपने बैंक खाता में जमा कराती थी। वर्ष 2015 में वीना के बच्चों का दाखिल सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल बिलासपुर में हो गया। उस समय बिलासपुर निवासी सविता गर्ग उसके बच्चों को स्कूल में पढ़ाती थी। इस दौरान ही उसकी जान पहचान वीना से हो गई। इस बीच सविता ने उससे 20 हजार रुपये उधार लिए। कुछ समय बाद उसने यह पैसा वापस कर दिया। इसके बाद आरोपित सविता ने उसे विश्वास में ले लिया और कहा कि उसका पति प्रवेश गर्ग व बेटी आरजू गर्ग कमेटी डालने का कार्य करते हैं। बेटी शेयर मार्केट में भी पैसा लगाती है। आरोपित ने वीना को झांसे में लिया और कहा कि यदि वह भी पैसा लगाती है, तो कुछ दिन में उसका पैसा दोगुना हो जाएगा। जिस पर वह तैयार हो गई।
कई महिलाओं ने लगाया पैसा
वीना ने पैसा दोगुना होने के बारे में अपनी सहेलियों किरण, सरिता, उषा, सरोजबाला से बात की, तो वह भी तैयार हो गई। जिस पर किरण ने अलग-अलग तारीखों में दस लाख रुपये, वीना ने छह लाख रुपये, सरिता ने छह लाख रुपये, उषा ने पांच लाख रुपये व सरोजबाला ने पांच लाख रुपये आरोपित सविता, उसके पति प्रवेश व बेटी आरजू को दे दिए। वर्ष 2018 में यह पैसा दिया गया था। आरोपितों ने कुछ पैसा उन्हें दोगुना करके दिया। बाद में यही पैसा फिर से आरोपितों ने कमेटी व शेयर मार्केट में लगाने के नाम पर ले लिया। इसके बदले में ब्लैक चेक भी दिए थे। बाद में जब काफी समय पैसा बीत गया और पैसा नहीं मिला, तो आरोपितों से बात की। जिस पर वह टाल मटोल करने लगे। बाद में उन्होंने पैसा देने से साफ इंकार कर दिया और जान से मारने की धमकी दी।