भाजपा के पूर्व महासचिव केएन गोविंदाचार्य ने कहा, जल, जंगल और जमीन को नहीं बचाया तो भविष्य सुखद नहीं

भारतीय जनता पार्टी के पूर्व महासचिव और राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के संस्थापक केएन गोविंदाचार्य पानीपत पहुंचे। यहां एसडी कालेज में हुए कार्यक्रम में व्‍याख्‍यान दिया। उन्‍होंने कहा जल जंगल और जमीन बचाना जरूरी है। अगर इन्‍हें नहीं बचाया गया तो भविष्‍य खतरे में है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 01 Sep 2021 11:02 AM (IST) Updated:Wed, 01 Sep 2021 11:02 AM (IST)
भाजपा के पूर्व महासचिव केएन गोविंदाचार्य ने कहा, जल, जंगल और जमीन को नहीं बचाया तो भविष्य सुखद नहीं
संवाद के दौरान लोगों को संबोधित करते केएन गोविंंदाचार्य।

पानीपत, जागरण संवाददाता। पानीपत शहर के एसडी कालेज में यमुना दर्शन यात्रा एवं प्रकृति केंद्रित विकास पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में भाजपा के पूर्व महासचिव और राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के संस्थापक केएन गोविंदाचार्य ने शिरकत की। गोविंदाचार्य ने प्रेसवार्ता व संवाद में कहा कि कोरोना काल ने पूरी दुनिया को अवगत कराया है कि प्रकृति केंद्रित विकास ही विकास का सही माडल है। प्राकृतिक संतुलन बिगड़ने पर आपदाओं का प्रकोप बढ़ना स्वाभाविक है।

प्रकृति केंद्रित विकास की अवधारणा पर संवाद इस यमुना यात्र का सामाजिक आयाम है। गोविंदाचार्य ने कहा कि 20 साल में अपनी ध्येय निष्ठा व राष्ट्रवाद के आधार पर आर्थिक व सांस्कृतिक राष्ट्र वाद के पुर्नजागरण के लिए प्रयास किए हैं। देश में 127 कृषि पर्यावरणी क्षेत्र हैं जिनमें सफल प्रयोग खड़े हों यही प्रयास है। भारत की आत्मा भी है और भारत में आत्म पर निर्भर होने का साहस व साधन भी है। कार्यक्रम में सांसद संजय भाटिया, आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के उप कुलपति डा. बलदेव आचार्य, पवन श्रीवास्तव, रमेश, एसडी कालेज के प्रधान अनुपम अरोड़ा, पदमा रानी, एडवाकेट प्रदीप शर्मा व विकास शर्मा मौजूद रहे।

भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि प्रकृति भूगोल बनाती है मनुष्य इतिहास बनाता है। देश और समाज की व्यवस्थाएं लगातार बिगड़ रही हैं। यदि जल, जंगल और जमीन को नहीं बचाया गया तो आने वाला भविष्य सुखद नहीं होगा। आज मानव पैसा और विकास को ही सब कुछ मान बैठा है।

आज होगी युमना आरती

शाम को भाजपा के पूर्व महासचिव और राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के संस्थापक केएन गोविंदाचार्य का कार्यक्रम पानीपत की यमुना नदी पर आयोजित होगा। इसमें शाम छह बजे के आसपास यमुना आरती की जाएगी।

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