कैथल में खाद्य सुरक्षा विभाग ने मिठाई के गोदाम में मारा छापा, नष्‍ट कराए रसगुल्‍ले और गुलाब जामुन

त्‍योहार में मिठाइयों में मिलावट को रोकने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग ने छापेमारी शुरू कर दी है। कैथल में विभाग की टीम ने मिठाई के गोदाम में छापा मारा। वहां पर जांच के दौरान पाया कि रसगुल्‍ले और गुलाब जामुन खराब हैं। उन्‍हें नष्‍ट कराया गया।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 05:34 PM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 05:34 PM (IST)
कैथल में खाद्य सुरक्षा विभाग ने मिठाई के गोदाम में मारा छापा, नष्‍ट कराए रसगुल्‍ले और गुलाब जामुन
रसगुल्‍लों को नष्‍ट कराती खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम।

कैथल, जागरण संवाददाता।  त्‍योहार में मिलावटखोर सक्रिय हो गए हैं। ऐसे में हरियाणा खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम खाद्य पदार्थों के सैंपल को लेकर रोजाना रेड कर रही है। वीरवार को भी शहर के गांधी नगर में मिठाई की फैक्टरी में छापेमारी कर सैंपल लिए। इस दौरान टीम ने रसगुल्लों व गुलाब जामुन के सैंपल लिए गए। त्योहारों के सीजन में खाद्य पदार्थों में मिलावट को रोकने के लिए विभाग की तरफ से कार्रवाई की जा रही है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी डा. अरविंद्र सिंह का कहना है कि दीपावली के पर्व को लेकर यह अभियान शुरू किया गया है। इसी अभियान के तहत यह कार्रवाई की जा रही है। डा. अरविंद्र सिंह ने बताया कि अक्टूबर माह की शुरूआत में टीम की ओर से सैंपल लेने का अभियान चलाया गया है। इसके तहत अभी तक पूरे जिले से कुल 30 सैंपल लिए जा चुके हैं। वीरवार को भी दो सैंपल लिए गए हैं। इन्हें करनाल में स्थापित खाद्य सुरक्षा की लैब में भेजा जाएगा।

कैथल में त्योहारी सीजन को देखते हुए चलाया गया है शुद्ध का युद्ध अभियान

खाद्य सुरक्षा अधिकारी डा. अरविंद्र सिंह ने बताया कि वर्तमान में चल रहे त्योहारी सीजन को देखते हुए शुद्ध का युद्ध अभियान चलाया गया है। टीम का केवल यही प्रयास है कि लोगों को पर्व के दौरान मिलावटी सामान न दिया जाए। यदि बाजार में मिलावटी सामान पर रोक नहीं लगेगी तो लोगों का स्वास्थ्य खराब होगा। अरविंद्र ने बताया कि टीम का यह अभियान अगले पूरे एक महीने तक जारी रहेगा।

गांधीनगर में लिए सैंपल

इस अभियान के तहत वीरवार को गांधी नगर स्थित एक मिठाई के सैंपल लिए गए हैं। यहां पर कोरोना की हिदायतों का पालन भी नहीं किया जा रहा है। इस पर फैक्टरी के मालिक को चेतावनी दी गई है। यदि भविष्य में भी ऐसा पाया गया तो विभागीय कार्रवाई भी की जा सकती है।

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