संघर्ष से सपनों की उड़ान, टायर पंचर लगाने वाले की खिलाड़ी बेटी हैंडबाल में चमका रही नाम
कैथल की रहने वाली सीनू नेशनल लेवल की हैंडबाल खिलाड़ी है। 2018 में पट्टी अफगान स्टेडियम में 15 वर्षीय सीनू ने शुरू किया था अभ्यास। अब अभ्यास करने के लिए रोजाना बस में पहुंच रही कैथल स्थित इंडोर स्टेडियम।
कैथल, [सुनील जांगड़ा]। कैथल के गांव खानपुर निवासी 15 वर्षीय सीनू हैंडबाल में कई बार राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत चुकी हैं। सीनू के पिता बलजीत सिंह गांव सीवन में टायर पंचर की दुकान पर काम करते हैं। परिवार की स्थिति ठीक नहीं है, लेकिन बेटी लगातार गांव का नाम रोशन कर रही है। स्थिति ठीक ना होने के कारण पूरा परिवार एक ही कमरे में रहता है, लेकिन खिलाड़ी के हौंसले कम नहीं हैं। अंबाला रोड स्थित छोटू राम इंडोर स्टेडियम में अभ्यास करने के लिए आती है, जो गांव से करीब दस किलोमीटर की दूरी पर है। स्टेडियम आने के लिए बस में आना-जाना पड़ता है।
प्रशिक्षक डा. राजेश कुमार और प्रशांत राय हैंडबाल का अभ्यास करवा रहे हैं। गांव की ही कुछ लड़कियां भी उसके साथ हैंडबाल का अभ्यास करने के लिए आती हैं। साल 2018 में पट्टी अफगान खेल स्टेडियम में अभ्यास शुरू किया था। खेल शुरू करने का कारण था खेल के दम पर परिवार और गांव का नाम रोशन करना। कोच प्रशांत राय ने बताया कि सीनू जिले की सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक है।
ये हैं सीनू की खेल उपलब्धियां
- साल 2018 में गुरुग्राम में हुए खेल महाकुंभ में भाग लिया था।
- साल 2019 में सिरसा में हुई राज्य स्तरीय स्कूली स्पर्धा में रजत पदक।
- साल 2019 में उतराखंड में हुई सब जूनियर राष्ट्रीय स्पर्धा में रजत पदक।
- साल 2019 में गुजरात में हुई राष्ट्रीय स्पर्धा में स्वर्ण पदक।
- साल 2020 में हिसार में हुई सीनियर राज्य स्तरीय स्पर्धा में कांस्य पदक।
- साल 2021 हिसार में हुुई सीनियर राज्य स्तरीय स्पर्धा में कांस्य पदक।
देश के लिए खेलने का सपना
खिलाड़ी सीनू ने बताया कि परिवार और खेल प्रशिक्षकों के सहयोग से वह इस मुकाम पर पहुंच पाई है। फरवरी 2022 में एशियन चैंपियनशिप और खेलो इंडिया गेम्स होने जा रहे हैं। इसके लिए सुबह-शाम कड़ा अभ्यास कर रही हैं। उन्हें उम्मीद है कि उसका चयन इन स्पर्धाओं के लिए जरूर होगा। उसका सपना है कि देश और प्रदेश का नाम विश्व में रोशन करे।