कैथल में आग का तांडव, देखते ही देखते किसानों की आंखों के सामने 52 एकड़ फसल राख
कैथल में गेहूं की कटाई के लिए जिस कंबाइन को बुलाया गया उसी से निकली चिंगारी से करीब 52 एकड़ गेहूं और 23 एकड़ फाने जलकर राख हो गए। लाख कोशिशों के बावजूद किसान आग पर काबू नहीं पा सके।
कैथल, जेएनएन। गेहूं की फसल में आग लगने का सिलसिला एक के बाद एक जारी है। किसानों की आंखों के सामने उसकी मेहनत का सोना जलकर राख हो जा रहा है। कैथल में 52 एकड़ फसल कुछ ही पलों में आग की चपेट में आ गई।
कैथल के खंड सीवन के गांव ककराला अनायत में आग लगने से लगभग 75 एकड़ गेहूं की फसल व फाने जल कर खाक हो गए। ककराला निवासी सर्वजीत सिंह ने थाना सीवन में शिकायत दर्ज करवाई है कि उनके खेत में कंबाइन चल रही थी। अचानक कंबाइन में से चिंगारी निकली व फसल में आग लग गई।
फायर ब्रिगेड को फोन किया गया, लेकिन तेज हवा होने के कारण आग तेजी से बढ़ती गई। फायर ब्रिगेड लगभग 45 मिनट के बाद पहुंची। तब तक आग विकराल रूप धारण कर चुकी थी। इस आगजनी में सर्वजीत सिंह के 21 एकड़ फसल, परम जीत सिंह के 28 एकड़, गुरमीत सिंह के छह, गुरमीत सिंह के दो, अमरीक सिंह के छह दयाल सिंह के दो, मंहगा सिंह के चार किले व कीड़ू राम के दस एकड़, लखा सिंह के चार, वरियाम सिंह के तीन एकड़, टेक चंद के तीन एकड़ व अशोक कुमार का एक एकड़ व अन्य लोगों के भी 20 एकड गेहूं व फाने जल कर राख हो गए।
इन सभी किसानों ने सरकार से मांग की है कि मौका गिरदावरी करवा कर उन्हें उनके नुकसान का मुआवजा दिया जाए। किसान फसल जलने के बाद दूर तक खेतों को बेबस होकर देखते रहे। उनकी छह माह की मेहनत के पसीने को आग लग गई थी। वह सोच भी नहीं सकते थे कि जिस कंबाइन को उन्होंने फसल की कटाई के लिए बुलाया था, उसी से एक भयानक चिंगारी निकलेगी और सब कुछ तबाह कर देगी।
हलका पटवारी गुरदेव ने बताया कि उन्होंने मौके पर जा कर अवलोकन किया है। गांव ककराला अनायत में फसलों में लगी आग के कारण करीब 52 एकड़ गेहूं की खड़ी फसल और 23 एकड़ गेहूं के फाने जल कर नष्ट हो गए हैं। यह रिपोर्ट आगे प्रेषित कर दी गई है।
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