भ्रूण लिंग जांच गिरोह का पर्दाफाश, पानीपत में पकड़े गए गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार
हरियाणा के पानीपत में भ्रूण लिंग जांच कराने वाले गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार कर लिए गए हैं। पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट सख्ती से लागू करने की दिशा में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को बड़ी सफलता हासिल हुई है।
पानीपत/करनाल, जेएनएन। करनाल में पीसी एंड पीएनडीटी को सख्ती से लागू कर लिंगानुपात को बेहतर बनाने के लिए करनाल के स्वास्थ्य विभाग की टीम को एक बड़ी सफलता मिली है। गिरोह की सदस्य दो महिला, समालखा की राजवंती व घरौंडा की सुमन, राणा माजरा के मनोज और समालखा के सुमित गिरफ्तार किया है।
सिविल सर्जन डा. योगेश शर्मा ने बताया कि गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग जांच करने के लिए पानीपत क्षेत्र में एक गिरोह सक्रिय था, जिसकी सूचना करनाल स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त हुई थी। दो महीने पहले भी एक रेड की गई थी लेकिन तब इस काम को करने वाले गिरोह को जैसे ही पता लगा, वे बच निकले। इस बीच करनाल स्वास्थ्य विभाग की टीम गिरोह और उसके सदस्यों को पकडऩे के लिए सक्रिय रही और अंतत: इसमें कामयाबी हासिल हुई।
सिविल सर्जन ने बताया कि गत दिवस उक्त गिरोह की जानकारी मिलते ही टीम तैयार की गई। टीम में उप सिविल सर्जन डा. नरेश करड़वाल, चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज रंगा, डा. नीरजा, प्रोजेक्टनिष्ट सुलेख कुमार तथा लिपिक विक्रम व सुभाष सगवाल को शामिल करके उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के गंगोह में रेड की गई। प्लान के अनुसार नकली गर्भवती महिला को तैयार किया गया। फिर कथित तरीके से पैसे लेकर गर्भ निर्धारण करने वाले गिरोह के दलाल ने नकली गर्भवती महिला को पानीपत बुलाया और गंगोह ले जाकर एक घर में रखी पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन से अल्ट्रासाउंड किया गया। महिला को उसके गर्भ में पल रहे बच्चे का ङ्क्षलग लड़का बताया। टीम ने दलाल व महिला का पीछा किया। टीम ने संजय चौक के पास उन्हें पकड़। पैसे भी बरामद किए।
पानीपत टीम के साथ की कार्रवाई
सिविल सर्जन ने बताया कि करनाल व पानीपत टीम ने संयुक्त कार्रवाई में गिरोह में शामिल दो महिला, समालखा की राजवंती व घरौंडा की सुमन, राणा माजरा के मनोज और समालखा के सुमित के विरुद्ध पीएनडीटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत पानीपत के सिटी थाना में एफआइआर दर्ज कराई। टीम ने गिरोह के सदस्यों का करीब 200 किलोमीटर तक पीछा किया और सारी कार्रवाई देर रात एक बजे तक चली।