Festival Season: पानीपत डिपो में कम पड़ी बसें, इन लंबे रूटों के लिए करना पड़ता है घटों इंतजार, यात्री परेशान

कोरोना काल में पानीपत डिपो की आठ बसों एंबुलेंस में तब्दील किया गया था। छह माह तक बस ऐसे ही वर्कशाप में खड़ी थी। रोडवेज ने शुरुआती तौर पर एक मिनी बस को सवारी बस में तब्दील किया है। अभी सभी बसें सवारी गाड़ी में तब्दील होनी बाकी है।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 09:14 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 09:14 PM (IST)
Festival Season: पानीपत डिपो में कम पड़ी बसें, इन लंबे रूटों के लिए करना पड़ता है घटों इंतजार, यात्री परेशान
पानीपत डिपो में लंबे रूट के लिए बसों की संख्या कम पड़ रही।

जागरण संवाददाता, पानीपत। त्योहार सीजन के पर रोडवेज में यात्रियों की बढ़ रही है। इससे पानीपत डिपो में लंबे रूट के लिए बसों की संख्या कम पड़ रही है। यात्रियों को निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा। इसमें ज्यादातर दिल्ली, हरिद्वार, शामली, लखनऊ व चंडीगढ़ के रूट शामिल हैं। इन रूट पर यात्रियों ने घंटों इंतजार किया, लेकिन बस नहीं आ सकी।

इस समय डिपो में कुल 141 रोडवेज बसें हैं। इसमें किलाेमीटर स्कीम की बसें भी शामिल हैं। वैसे रोडवेज के पास 116 बसें और 25 बसों को किलोमीटर स्कीम के तहत लगाया हुआ है। 2018 में डिपो में 30 बस शामिल की गई थी। वहीं रोडवेज यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि जनसंख्या के अनुपात में रोडवेज बसों की संख्या अब भी काफी कम हैं। फिलहाल रोडवेज बेड़े में कम से कम 200 बसें होनी चाहिए।

मिनी बस नहीं हो सकी आनरूट

कोरोना काल में पानीपत डिपो की आठ बसों एंबुलेंस में तब्दील किया गया था। छह माह तक बस ऐसे ही वर्कशाप में खड़ी थी। रोडवेज ने शुरुआती तौर पर एक मिनी बस को सवारी बस में तब्दील किया है। अभी सभी बसें सवारी गाड़ी में तब्दील होनी बाकी है। इसके बाद ही लंबे रूट की बसों की समस्या का समाधान हो सकेगा।

दिनभर ऐसी रही रोडवेज की स्थिति

कैराना-शामली : कैराना, शामली व मेरठ रूट का बूथ दोपहर 3 बजे खाली रहा। जिसके कारण यात्रियों ने बूथ के आगे एक घंटे तक बस का इंतजार किया। इसके बाद प्राइवेट बस में सफर किया।

हरिद्वार रूट : इस रूट पर सबसे ज्यादा दिनभर भीड़ रही है, लेकिन दोपहर 12 बजे के बाद व्यवस्था बिगड़ गई और यात्रियों ने इस रूट के लिए काफी देर तक बस का इंतजार करना पड़ा।

चंडीगढ़ रूट : इस रूट पर भी सुबह 10 बजे तक तो सबकुछ ठीक चल रहा था। लेकिन 11 बजे के बाद सवारियों की संख्या अधिक हो गई। जिसके कारण काफी परेशानी हुई।

लखनऊ रूट : इस रूट पर रोडवेज की एक ही बस चलती है जो शाम चार बजे डिपो से निकलती है। लेकिन भीड़ अधिक हो गई। जिसके कारण यात्रियों को मजबूरी में प्राइवेट वाहनों का सहारा लिया।

दिल्ली रूट : इस रूट पर आम तौर पर हर 10 मिनट बाद बस सर्विस है, लेकिन दोपहर 2 बजे के बाद इस रूट पर भी व्यवस्था बिगड़ गई और घंटों इंतजार के बाद रोडवेज बस मिल सकी।

दीवाली पर्व पर जाते है प्रवासी अपने घर

दीवाली पर्व नजदीक आ रहा है और प्रवासी अपने घर जाने के लिए रोडवेज बसों का सहारा लेते है। लेकिन बसों की सर्विस कम होने के कारण इन्हें काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। इनका सामान इतना हो जाता है कि यह एक जगह इंतजार करने के लिए पूरा दिन तक लगा देते है। लेकिन ये भी पता नहीं होता कि इन्हें बस मिल सकेगी या नहीं।

त्योहार के चलते बढ़ रही भीड़

पानीपत डिपो के ट्रैफिक मैनेजर पंकज पूनिया ने जागरण से बातचीत में बताया कि त्योहार के चलते रोडवेज में भीड़ बढ़ रही है। इससे बसों की संख्या भी कम पड़ जाती है। अगर रेलगाड़ी भी ठीक से चल जाएं तो ही स्थिति बेहतर हो सकती है।

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