Festival Season: घरों पर रंगाई पुताई करवाना हुआ महंगा, इन चीजों पर पड़ रहा महंगाई का असर
सफेदी का 16 किलाे का कट्टा 110 रुपये में मिल रहा है। थिनर का रेट जो एक लीटर 130 रुपये का आता था इसमें 40 रुपये की बढ़ोतरी कर दी गई है। 170 रुपये कर दिया है। इसके अलावा प्राइमर की 20 लीटर की बाल्टी 1900 रुपये की आती थी।
जागरण संवाददाता, जींद। पेट्रोल, डीजल व केमिकल के दामों बढ़ने का असर अब घर की रंगाई-पुताई पर पड़ना शुरू हो गया है। 15 फीसदी तक पेंट के दामों में बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा प्राइमर व तारपीन के तेल के रेटों में भी बढ़ोतरी हुई है। दुकानदार रमेश, राजेंद्र व रामकुमार का कहना है कि पेंट संबंधित सामान पीछे से महंगा हो गया है। वहीं प्लास्टिक के दामों में भी काफी बढ़ोतरी आई है। इससे पेंट का सामान महंगा हुआ है। महंगा होने से काम भी मंदा ही चल रहा है। आगामी दिनों में बढ़ोतरी के आसार है।
ये है मार्केट रेट
साढ़े 17 किलोग्राम सफेदी का कट्टा जो कि 110 रुपये का आता था, इसके रेट में इजाफा तो नहीं हुआ, लेकिन कट्टे के वजन को कम कर दिया गया है। अब सफेदी का 16 किलाे का कट्टा 110 रुपये में मिल रहा है। थिनर का रेट जो एक लीटर 130 रुपये का आता था, इसमें 40 रुपये की बढ़ोतरी कर दी गई है। 170 रुपये कर दिया है। इसके अलावा प्राइमर की 20 लीटर की बाल्टी 1900 रुपये की आती थी, लेकिन अब 200 रुपये बढ़ोतरी कर 2100 रुपये की दी जा रही है। पेंट के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है। जो पहली 20 लीटर की बाल्टी 4200 रुपये में मिलती थी। अब 4500 रुपये की हो गई है। पुताई करने वाले ब्रुश जो कि 10 रुपये में मिलता था वो अब 20 रुपये में मिल रहा है।
पुताई करने में आएगा खर्च
शहरवासी संदीप, रामनिवास व बलिंद्र ने बताया कि त्योहारी सीजन शुरू होते ही मकान की साफ- सफाई करवाते है। दीपावली, भैयादूज, छह पूजा त्योहार आएंगे। इन त्योहारों पर लोग अपने- अपने घरों को पुताई से सजा देते है। दीपावली पर्व से पहले पुताई का कार्य करवाया जाता है, लेकिन इस बार पुताई करवाना काफी महंगा हो गया है। रेटों में बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल से रेट बढ़े है।