संवेदनशीलता को सलाम: महिला डीसी के मुरीद है यहां की जनता, लोगों में बांट रहीं खुशियां

कैथल की महिला डीसी इन दिनों लोगों में खुशियां बांट रही हैं। कभी बुजुर्ग को अपनी ही कुर्सी पर बैठाया तो कभी दिव्यांग का जन्मदिन मनाया।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Sat, 14 Dec 2019 11:37 AM (IST) Updated:Sat, 14 Dec 2019 05:32 PM (IST)
संवेदनशीलता को सलाम: महिला डीसी के मुरीद है यहां की जनता, लोगों में बांट रहीं खुशियां
संवेदनशीलता को सलाम: महिला डीसी के मुरीद है यहां की जनता, लोगों में बांट रहीं खुशियां

पानीपत/कैथल, [कमल बहल]। दुनिया बहुत सुंदर है। लोग भी बहुत अच्छे हैं। बस इसे देखने के लिए दृष्टि चाहिए। मन की दृष्टि। कैथल के गांव रसीना के दृष्टिहीन युवा प्रदीप से पूछिए जो इसे महसूस कर रहे हैं। चार दिन पहले वह गए तो थे जिला उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी को अपने जन्मदिन पर गांव आने का न्योता देने, लेकिन जब जिला उपायुक्त ने कहा कि उनका जन्मदिन शनिवार को प्रशासन की तरफ से बाल भवन में मनाया जाएगा तो वह भाव विभोर हो गए।  

जिला उपायुक्त की संवेदनशीलता से अभिभूत प्रदीप ने बताया कि उन्हें उम्मीद ही नहीं थी कि ऐसा हो जाएगा। उन्हें लगता था कि सरकारी अधिकारी रूखे स्वभाव के होते हैं। फिर जिला उपायुक्त जैसी बड़ी अधिकारी। वह तो सरकारी कामों में ही व्यस्त रहती होंगी। उनसे तो बात करने का समय ही मुश्किल से मिलेगा। लेकिन जब वह जिला उपायुक्त को अपने जन्मदिन में आने का न्योता देने पहुंचे तो यह धारणा टूट गई। 

 

जिला बाल कल्‍याण परिषद के अधिकारी ने की तैयारी

जिला उपायुक्त ने उसी समय जिला बाल कल्याण परिषद अधिकारी से कहा कि प्रदीप का जन्मदिन 14 दिसंबर को बाल भवन में हम लोग मनाएंगे। इसकी तैयारी करें। प्रदीप शनिवार को 27 वर्ष के हो जाएंगे। उनके जन्मदिन समारोह में जिला बाल कल्याण परिषद से जुड़े पदाधिकारी और परिषद के लाइफ टाइम सदस्य भी शामिल होंगे। प्रदीप के जन्मदिन पर पांच पौंड का केक काटा जाएगा। इस कार्यक्रम में प्रदीप का परिवार भी शामिल होगा। 

बुजुर्ग को बनाया था एक दिन का जिला उपायुक्त

डॉ. प्रियंका सोनी अपनी कार्यशैली से लोगों का दिल जीत लेती हैं। प्रदीप इसका पहला उदाहरण नहीं है। डॉ. सोनी ने इसी साल अक्टूबर माह में अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस पर जाखौली गांव के 88 वर्षीय शिवचरण को एक दिन का डीसी बनाया था। शहर में आयोजित एक कार्यक्रम में शिवचरण ने उनसे कहा था कि सरकारी कार्यालयों का चक्कर काट चुका हूं, कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही। इस पर डीसी उन्हें लेकर अपने कार्यालय आईं और अपनी कुर्सी पर बैठाते हुए कहा कि आज के डीसी आप ही हो। जिस भी अधिकारी को जो आदेश करेंगे वह उसका पालन करेगा।

बचपन में चली गई थी प्रदीप की आंखों की रोशनी

प्रदीप बताते हैं कि उनकी आंखों की रोशनी तभी चली गई थी जब वह पांचवीं कक्षा में पढ रहे थे। प्रदीप को दिव्यांग पेंशन के रूप में दो हजार रुपये मिल रहे हैं। प्रदीप ने बताया कि उसके पिता एक किसान के यहां काम करते हैं। परिवार बेहद गरीब है। बचपन जब आंखों की रोशनी चली गई तो चिकित्सकों को दिखाया। चिकित्सकों ने बताया कि आंखों की नस ब्लॉक होने से ऐसा हुआ है। कई अन्य अस्पतालों में भी इलाज करवाया, लेकिन रोशनी नहीं लौटी। 

नेत्रहीन प्रदीप का जिला प्रशासन ने मनाया जन्मदिन, डीसी प्रियंका सोनी ने केक काटकर दी बधाई

रसीना गांव के नेत्रहीन प्रदीप कुमार का प्रशासन की तरफ से बाल भवन में जन्मदिन मनाया गया। इसमें डीसी डॉ प्रियंका सोनी ने अपने हाथों से केक कटवाया। डीसी सहित जिला के प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदीप को जन्मदिन की बधाई दी। लोगों ने तालियों बजाकर एक स्वर में कहा हैप्पी बर्थडे टू यू प्रदीप। 

हर व्‍यक्ति को दें मान सम्‍मान: डीसी

डीसी ने कहा कि यदि मन में हौंसला हो तो तमाम बाधाओं के बावजूद सफलताओं को हासिल किया जा सकता है। ऐसा ही कर रहे हैं प्रदीप। उन्होंने समाज के समर्थ व समृद्ध लोगों से आह्वान किया कि वे अभावग्रस्त लोगों को समर्थ बनाने की दिशा में आगे आएं और अपना सहयोग करें। डीसी ने कहा कि हमें हर व्यक्ति को पूरा मान-सम्मान देना चाहिए ताकि उन्हें जीवन में कोई दिक्कत महसूस न हो। प्रदीप के जन्मदिन के अवसर पर डीसी के साथ-साथ प्रदीप की माता ने केक काटकर जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं दी। प्रदीप कुमार ने अपने जन्म दिन पर खुशी से डीसी को एक रिटर्न गिफ्ट दिया। प्रदीप का कहना था कि जैसे मुझे यह मौका मिला, ऐेसा सभी को मिलना चाहिए। मैं आज के दिन बहुत खुश हूं। 

दीदी आप हमेशा खुश रहेंगी

प्रदीप ने डीसी को दीदी कहते हुए कहा कि दीदी आप इसी तरह हम जैसे लोगों को मान-सम्मान देती रहना, आप भी हमेशा खुश रहेंगी और जीवन में काफी तरक्की करेंगी। डीसी ने जिला प्रशासन की तरफ से जन्म दिन पर प्रदीप को कंबल, ट्रैक सूट व स्टिक तोहफे के रूप में दी। डीसी डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा कि कुछ दिन पर ही गांव रसीना निवासी दिव्यांग प्रदीप कुमार लघु सचिवालय स्थित डीसी कार्यालय में मेरे समक्ष जन्मदिन का न्यौता देने आया था, तभी मैंने कहा था कि आप चिंता मत करना, आपका जन्म दिन धूमधाम से बाल भवन में मनाया जाएगा, जिसमें मैं खुद शामिल रहूंगी। इस मौके पर जिला बाल कल्याण अधिकारी राजेंद्र बहल, सूबेदार राम ङ्क्षसह, कर्म चंद जिंदल, कृष्ण कुमार, रजनी, अतुल शर्मा, सुरेंद्र कुमार, ओम प्रकाश, कर्ण राणा, कर्म सिंह कादियान, लाजपत सिंगला, चरणजीत, ज्योति मौजूद थे। 

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