जींद में डेंगू का खौफ, अस्पतालों में बढ़ रही बुखार पीड़ित मरीजों की संख्या

जींद में डेंगू का खौफ बढ़ता जा रहा है। सरकारी व निजी अस्पतालों में बुखार पीड़ित मरीजों की बढ़ रही संख्या। अब तक आठ डेंगू के मामले आए सामने तीन दिन में पांच डेंगू पीड़ित मिले। स्वास्थ्य विभाग के पास मात्र पांच लीटर दवाई नगर परिषद का फोगिंग अभियान प्रभावित।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 05:55 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 05:55 PM (IST)
जींद में डेंगू का खौफ, अस्पतालों में बढ़ रही बुखार पीड़ित मरीजों की संख्या
जींद में डेंगू पीडि़तों की संख्‍या बढ़ रही है।

जींद, जागरण संवाददाता। बारिश के बाद जगह-जगह खड़े हुए पानी के बाद डेंगू के मच्छर के अनुकूल माहौल बन गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहर में चलाए गए अभियान के दौरान हर कालोनी में डेंगू के मच्छर का लारवा मिल रहा है। नागरिक अस्पताल व निजी अस्पतालों में बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ गई है। बुखार पीड़ित अधिकतर मरीज नागरिक अस्पताल के की बजाए निजी अस्पतालों में इलाज करवाने में प्राथमिकता दे रहे हैं। इसके चलते निजी अस्पतालों के बेड फुल हो चुके हैं। निजी अस्पताल के चिकित्सक भी इन मरीजों को डेंगू संभावित बताकर उनको इलाज दे रहे हैं।

नागरिक अस्पताल में प्रतिदिन 800 के लगभग ओपीडी हो रही है। इसमें लगभग 25 फीसदी मरीज बुखार से पीड़ित आ रहे हैं। चिकित्सक इन मरीजों का कोरोना के साथ डेंगू व मलेरिया का भी टेस्ट करवा रहे हैं। सितंबर माह में अब तक आठ मरीज डेंगू के मिल चुके हैं। इसमें से पांच मरीज तो पिछले तीन दिन में मिले हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नागरिक अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए अलग से वार्ड बना दिया है। जहां पर अलग से स्टाफ व दवाईयों की व्यवस्था की गई है और बेडों के ऊपर मच्छरदानी लगाई गई है।

घर पर रखे बर्तन व कूलरों में मिल रहा लारवा

बारिश के बाद खाली प्लाटों में भरे पानी में जहां मच्छर पनप रहे हैं, वहीं लोगों की लापरवाही के चलते भी डेंगू का लारवा उनके घरों में ही पनप रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा डोर-टू-डोर चला जा रहे अभियान के दौरान सामने आया कि प्रतिदिन से आठ से दस घरों में पक्षियों व पशुओं के पानी पीने के लिए रखे गए बर्तनों व कूलरों में भरे पानी में मच्छर का लारवा मिल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर ही इस लारवा को नष्ट करवा रही है।

फोगिंग के लिए नहीं पर्याप्त दवाई

प्रशासन के आदेश के बाद भी अब तक शहर व जिले के दूसरे हिस्सों में फोगिंग नहीं हो पाई है। नगर परिषद ने शहर में फोगिंग करने के लिए स्वास्थ्य विभाग से 20 लीटर दवाई की डिमांड की, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने इतनी दवाई का स्टाक नहीं होने की बात कहकर हाथ खड़े कर दिए। स्वास्थ्य विभाग के पास फोगिंग में प्रयोग होने वाली दवाई का पांच लीटर ही स्टाक है, जोकि पूरे शहर के लिए ही पर्याप्त नहीं है। अगर समय रहते शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में फोगिंग का कार्य शुरू नहीं हुआ तो वर्ष 2015 से ज्यादा हालात खराब हो जाएंगे। वर्ष 2015 में जिले में इसी तरह के हालात बने थे और उस समय 668 डेंगू के मामले सामने आए थे।

मरीज बढ़े तो 50 लीटर दवाई की डिमांड भेजी

डेंगू के मामले बढ़ते ही स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और आनन-फानन में वेयर हाउस से फोगिंग के लिए 50 लीटर दवाई की डिमांड की है, लेकिन अभी तक वह भी नहीं मिली है। अगर विभाग को 50 लीटर दवाई भी मिल जाती है तो वह जिले के लिए पर्याप्त नहीं होगी, क्योंकि जींद शहर में फोगिंग करने के लिए नगर परिषद नहीं ही 20 लीटर दवाई की डिमांड की गई है। ऐसे में बची हुई 30 लीटर दवाई से नरवाना नगर परिषद, उचाना नगरपालिका, सफीदों नगरपालिका, जुलाना नगर पालिका के एरिया के अलावा जिले के 306 में फोगिंग नहीं हो पाएगी।

नगर परिषद के पास फोगिंग के लिए एक मशीन

शहर में फोगिंग करने के लिए नगर परिषद के पास भी पर्याप्त मशीनरी नहीं है। नगर परिषद के पास फोगिंग के लिए एक मशीन है और वह भी काफी पुरानी हो चुकी है। पिछले दिनों ही नगर परिषद ने इसको ठीक करवाया था। शहर के एरिया को देखते हुए नगर परिषद ने दूसरी मशीन खरीदने का प्लान बनाया था, लेकिन अब तक वह सिरे नहीं चढ़ पाया है। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत स्तर पर फोगिंग मशीन दी गई है, लेकिन बिना दवाई के यह मशीन भी काम नहीं आएगी।

ऐसे फैलता है डेंगू और चिकनगुनिया

डिप्टी सिविल सर्जन (मलेरिया) डा. तीर्थ बागड़ी ने बताया कि डेंगू व चिकनगुनिया फैलाने वाला एडीज मच्छर दिन में काटता है व रुके हुए साफ पानी में ही पनपता है। मलेरिया बीमारी एनाफ्लीज मच्छर के काटने से फैलता है। तेज बुखार का होना, छाती व ऊपर के हिस्सों में दाने निकलना, सिर के आगे वाले हिस्से में तेज दर्द होना, आंखों के नीचे दर्द होना, भूख न लगना, जी मिचलाना व उल्टी आना डेंगू के लक्षण है। इसी प्रकार से तेज बुखार के साथ मांसपेशियों व जोड़ों में तेज दर्द होना, भूख कम लगना, कमजोरी व जी घबराना आदि चिगनगुनिया के लक्षणों में शामिल है। मलेरिया बुखार के लक्षणों में ठंड लगकर बुखार आना, शरीर में दर्द, सिर दर्द व उल्टी शामिल है।

वर्ष डेंगू के मामले

2015 668

2016 156

2017 135

2018 98

2019 47

2020 07

2021 08

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