बढ़ते तापमान से छूट रहे किसानों के पसीने, सता रहा ये डर
लगातार बदलते मौसम और बढ़ते तापमान की वजह से किसान परेशान हो रहे हैं। किसानों को डर सता रहा है। किसानों को चिंता है कि इससे गेहूं की पैदावार पर विपरीत असर पड़ सकता है। तापमान बढ़ने से गेहूं का दाना सिकुड़ सकता है।
कुरुक्षेत्र, जेएनएन। पिछले कई दिनों से लगातार बढ़ते जा रहे तापमान ने लोगों के पसीने छुड़ाने शुरू कर दिए हैं तो धरती पुत्र को चिंता में डाल दिया है। फरवरी माह में ही एकाएक बढ़ी गर्मी से किसानों को गेहूं के दाने में नुकसान होने का डर सता रहा है। गेहूं की अच्छी पैदावार के लिए इन दिनों मौसम में ठंडक बनी रहनी जरूरी है। लेकिन अधिकतम तापमान के 31 डिग्री सेल्सियस को पार करने पर गेहूं की नमी खत्म हो सकती है। कृषि विशेषज्ञों ने भी बढ़ते तापमान से गेहूं पर टर्मिनल हीट का खतरा बढ़ने का अंदेशा जताया है। इससे गेहूं का दाना पूरी तरह फूलने से पहले ही सिकुड़ सकता है, जिसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ेगा। हालांकि मौसम विशेषज्ञों ने 27 और 28 को आसमान में बादल छाने पर हल्की राहत की उम्मीद जताई है।
कुरुक्षेत्र जिला भर में करीब एक लाख 12 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की फसल खड़ी है। इन दिनों में गेहूं की फसल में बाली बनने के बाद दाना बन रहा है। अक्सर इन दिनों में मार्च तक ठंड रहने पर बाली में दाना पूरी तरह से फूलता है। मौसम जितना ठंडा रहता है उतना ही फसल को पकने के लिए पूरा समय मिलता है, जिससे दाना पूरी तरह से परिपक्व हो जाता है। इससे पैदावार अच्छी रहती है। लेकिन इन दिनों मौसम बिल्कुल उल्ट चल रहा है। इस हाइ टेंपरेचर में गेहूं का दाना जल्दी सिकुड़ सकता है।
बढ़ते तापमान ने तोड़ा कई साल का रिकार्ड
कृषि विज्ञान केंद्र की मौसम विशेषज्ञ डा. ममता ने बताया कि इन दिनों एकाएक बढ़े तापमान ने पिछले कई सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है। उन्होंने बताया कि 22 फरवरी के बाद से ही तापमान बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जबकि न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रहा है। एकाएक तापमान बढ़ने से शनिवार और रविवार को आसमान में बादल छा सकते हैं। इससे हल्की राहत मिल सकती है।
अगले पांच दिनों के मौसम का अनुमान
तिथि अधिकतम न्यूनतम हवा की गति
27 फरवरी 31.2 17.5 10
28 फरवरी 30.5 15.7 11
01 मार्च 29.3 13.9 7
02 मार्च 28.6 11.5 10
03 मार्च 28.5 13.3 19
गेहूं पर पड़ सकता है टर्मिनल हिट का प्रभाव
कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. प्रद्युम्मन भटनागर ने कहा कि एकाएक तापमान बढ़ने से गेहूं पर टर्मिनल हिट का प्रभाव पड़ सकता है। इन दिनों में गेहूं के दाने में फुलाव आता है, लेकिन तापमान बढ़ने से यह सिकुड़ सकता है। इसका सीधा असर पैदावार पर पड़ेगा। अगर तापमान इसी तरह से बढ़ता गया तो गेहूं के उत्पादन में 10 से 20 फीसद तक कमी आ सकती है। उन्होंने किसानों को गेहूं में नमी बनाए रखने का सुझाव दिया है।