Farmers Protest: जींद में किसानों का हंगामा, खरीद धीमी होने का आरोप लगा नरवाना मेला मंडी गेट पर जड़ा ताला
जींद में किसानों ने मंडी गेट पर ताला जड़कर धरने पर बैठ गए। किसानों ने हंगामा करते हुए आरोप लगाया कि मंडी में खरीद का काम काफी धीरे हो रहा है। नरवाना मेला मंडी गेट पर किसानों ने ताला जड़ दिया है।
जींद, जागरण संवाददाता। नरवाना मेला अनाज मंडी में पीआर धान की खरीद धीमी गति से होने का आरोप लगाते हुए किसानों ने दोपहर को मार्केट कमेटी कार्यालय पर ताला जड़ दिया। उसके बावजूद किसानों की मांगों की सुनवाई के लिए प्रशासन की तरफ से कोई अधिकारी नहीं पहुंचा, तो किसानों ने मंडी के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया। जिससे मंडी के अंदर ट्रैक्टर-ट्रालियों की लाइन लग गई और जाम की स्थिति बन गई।
किसानों का कहना है कि एसडीएम उनके पास आकर बात करें और मंडी में पीआर धान की खरीद के लिए दो बोली होनी चाहिएं। पिछले दिनों जब डीसी नरेश नरवाल मंडी का निरीक्षण करने आए थे। उस समय भी किसानों ने पीआर धान की दो बोली शुरू करने की मांग की थी। डीसी के आश्वासन के बावजूद खरीद के लिए केवल एक बोली ही हो रही है। किसान होशियार सिंह, सतबीर खरल ने बताया कि जिले में सबसे ज्यादा पीआर धान नरवाना में होती है। मंडी में पीआर धान की ज्यादा आवक हो रही है। एफसीआइ धान की खरीद कर रही है।
लेकिन एक ही बोली होती है, जिससे किसान दिनभर उनकी फसल की खरीद होने का इंतजार करते रहते हैं। अगर खरीद के लिए दो बोली हो, तो फसल की खरीद के लिए किसानों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। मंडी में लाखों क्विंटल पीआर धान की फसल पड़ी है। मेला मंडी में पार्ट एक व पोर्ट दो बना रखे हैं। किसानों का कहना है कि एक बोली होने की वजह से सभी दुकानों पर खरीद रोज नहीं हो पाती है। चौथे दिन नंबर आता है, जिससे किसानों को रात को भी मंडी में ही रुक कर फसल की रखवाली करनी पड़ती है।
पुलिस ने किसानों से बात कर मंडी का मुख्य गेट खुलवाने का प्रयास किया। लेकिन किसान नहीं माने और एसडीएम से बात करने पर अड़े रहे। किसानों ने कहा कि जब तक धान की खरीद के लिए दो बोली शुरू नहीं हो जाती, वे ताला नहीं खोलेंगे।