Kisan andolan: कैथल में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ को दिखाए काले झंडे, दो घंटे बना रहा तनाव
किसान आंदोलन के तहत किसानों की ओर से भाजपा-जजपा नेताओं का विरोध किया जा रहा है। रविवार को कैथल में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ का विरोध हो गया। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है।
कैथल, जेएनएन। कैथल में वाल्मीकि समाज के कार्यक्रम में पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ का विरोध हो गया है। उनके कार्यक्रम में आने की सूचना मिलते ही किसान कार्यक्रम स्थल के पास पहुंच गए। मौके की गंभीरता को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस और किसानों के बीच जद्दोजहद जारी है।
हरियाणा वाल्मीकि महापंचायत की तरफ से सिरटा रोड स्थित वाल्मीकि धर्मशाला में डा. भीमराव आंबेडकर जयंती को लेकर समारोह का आयोजन किया गया था। इसमें भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, राज्यमंत्री कमलेश ढांडा, सांसद नायब सिंह सैनी और विधायक लीला राम सहित जिला स्तर के सभी भाजपा नेता पहुंचे थे। कार्यक्रम की सूचना प्रदर्शनकारी किसानों को भी पहले ही मिल गई थी।
प्रदर्शनकारी कार्यक्रम से दो घंटे पहले ही वहां पहुंच गए थे। वे दो गुटों में बंटे हुए थे और खनौरी रोड को दो जगहों से घेरा हुआ था। प्रदर्शन को लेकर सिरटा रोड को पुलिस छावनी बनाया हुआ था। एसपी लोकेंद्र सहित सभी डीएसपी और जिले भर से पुलिस फोर्स को तैनात किया हुआ था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बैरिकेड और रस्सी लगाकर सिरटा रोड पर ही रोका हुआ था। एक बार प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर जाम लगाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया।
आमने सामने खड़े रहे पुलिस-किसान
पुलिस के कर्मचारी प्रदर्शनकारियों के सामने खड़े रहे। करीब साढ़े 11 बजे राज्यमंत्री की गाड़ी अपने काफिले के साथ पहुंची, जिसे किसानों ने काले झंडे दिखाए और नारेबाजी की। हालांकि उस गाड़ी में राज्यमंत्री नहीं थी। यह किसानों का रवैया भांपने के लिए महज एक रिहर्सल भाजपा नेताओं की तरफ से की गई थी। करीब 20 मिनट बाद दोबारा से गाड़ियों का काफिला आया। उस काफिले में प्रदेशाध्यक्ष और राज्यमंत्री कमलेश ढांडा सहित सभी भाजपा नेता कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ का विरोध करने जाते किसानों को रोकती पुलिस।
पूरी तैयारी में थी पुलिस
किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना राेकने के लिए पुलिस ने पूरी तैयारी कर रखी थी। वज्र वाहन और आंसू गैस के गोले भी लिए हुए थे। कार्यक्रम स्थल के अलावा आस-पास भारी पुलिस को तैनात किया हुआ था। महिला प्रदर्शनकारी होने के कारण महिला पुलिस ने भी मोर्चा संभाला हुआ था। हालांकि प्रदर्शनकारियों के कारण वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पुलिस ने कार्यक्रम स्थल तक वाहनों को नहीं आने दिया और उन्हें दूसरे रास्तों से भेजा गया। विश्वकर्मा चौक से लेकर खनौरी रोड तक हर जगह पुलिस को तैनात किया हुआ था।
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने पहले से तैयारी कर रखी थी।
वापस लौटते हुए भी विरोध
कार्यक्रम करीब ढाई घंटे तक चला और उस समय तक प्रदर्शनकारी किसान डटे हुए थे। जैसे ही उन्हें भाजपा नेताओं की जाने की सूचना मिली तो वे काले झंडे लेकर सड़क के पास खड़े हो गए। लौटते हुए भाजपा नेताओं का काफिला पुलिस सुरक्षा के बीच तेज गति से निकल गया। हालांकि उसके बाद प्रदर्शनकारियों ने ऐलान किया आगे इससे भी ज्यादा तैयारी करके आएंगे और भाजपा नेताओं का विरोध करेंगे।
आंबेडकर जयंती कार्यक्रम में पहुंचे ओमप्रकाश धनखड़, राज्यमंत्री कमलेश ढांडा, सांसद नायब सिंह व विधायक लीला राम।
राज्यमंत्री कमलेश ढांडा के काफिले का विरोध
राज्यमंत्री कमलेश ढांडा की गाड़ी का काफिला कार्यक्रम स्थल के पास पहुंचा तो किसानों ने उनका जोरदार विरोध किया। उस गाड़ी में राज्यमंत्री कमलेश ढांडा के बेटे तुषार ढांडा बैठे थे। करीब 20 मिनट बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। उनका घेराव करने के लिए किसान बढ़े। लेकिन, पुलिस ने किसानों को रोक लिया। इसके बाद काफी देर तक पुलिस और किसानों में धक्का-मुक्की चलती रही। पुलिस ने किसानों को आगे बढ़ने नहीं दिया। किसान भी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। आंबेडकर जयंती के इस कार्यक्रम में वाल्मीकि समाज केंद्र में समाज के काफी लोग पहुंचे हैं। ओमप्रकाश धनखड़, राज्यमंत्री कमलेश ढांडा, सांसद नायब सिंह, विधायक लीला राम पहुंचे।