दो दिन से गेहूं खरीद न होने से किसानों में आक्रोश, अंबाला-हिसार नेशनल हाईवे किया जाम

हरियाणा के कैथल में दो दिन से गेहूं की खरीद न होने से किसानों में आक्रोश देखने को मिला। नाराज किसानों ने अंबाला हिसार नेशनल हाईवे जाम कर दिया। आरोप है कि खरीद एजेंसियां नमी बताकर परेशान कर रही हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Fri, 09 Apr 2021 02:22 PM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 02:22 PM (IST)
दो दिन से गेहूं खरीद न होने से किसानों में आक्रोश, अंबाला-हिसार नेशनल हाईवे किया जाम
कैथल में अंबाला-हिसार नेशनल हाईवे जाम करते किसान।

कैथल, जेएनएन। कैथल की अनाज मंडियों में गेहूं की खरीद नहीं हाेने के चलते किसानों ने अंबाला-हिसार नेशनल हाईवे पर स्थित अतिरिक्त अनाज मंडी के सामने जाम लगा दिया। किसानों का कहना है कि मंडी में नमी बताकर खरीद नहीं की जा रही है। इसके चलते वे परेशान हो चुके हैं। 12.2 नमी वाली गेहूं की भी खरीद नहीं हो रही है। मौके पर पुलिस पहुंच चुकी है। किसानों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन किसान अपनी बात पर अड़े हैं। उनका कहना है कि जब तक मंडियों में गेहूं की खरीद सुचारू नहीं होती और साथ की साथ भुगतान नहीं होता, तब तक वह जाम नहीं खोलेंगे। दूसरी तरफ, दो दिन से आढ़तियों ने भी खरीद बंद कर रखी है। उनकी अपनी मांगें हैं, जिसको लेकर उन्होंने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर रखा है।

भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष होशियार गिल, किसान संदीप मानस, राजा सिंह, राजेश कुमार, धूपा, रणधीर आदि ने कहा कि सरकार ने सीजन से पहले अनाज मंडियों में किसानों के लिए कोई प्रबंध नहीं किए। नई अतिरिक्त अनाज मंडी में फसल तुलाई की भी व्यवस्था नहीं है। उन्हें गेहूं पहले नई अनाज मंडी में लेकर जाना पड़ता है और फिर उसकी अनलोडिंग के लिए तीन से चार किलोमीटर दूर अतिरिक्त मंडी में जाना आना पड़ता है। यहां पीने के पानी तक का प्रबंध नहीं किया गया है। जाम की सूचना मिलने के एक घंटे बाद थाना शहर प्रभारी शिवकुमार मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाने का प्रयास किया। किसान अपनी बात पर अड़े हुए थे।

सरकार और आढ़तियों में पिस रहा किसान-गिल

जाम लगा रहे किसानों ने कहा कि दो दिन से आढ़तियों ने खरीद बंद कर रखी है। यह सीजन का चरम है। ऐसे में किसान फसल कटाई नहीं रोक सकता और काटने के बाद उसे मंडियों में लेकर आता है तो यहां खरीद नहीं हो रही। सरकार और आढ़तियों की लड़ाई में सीजन के बीच किसान पिस रहा है। गर्मी बढ़ती जा रही है, जिससे गेहूं में घटौतरी पर भी पड़ती है। इससे किसान को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ेगा।

अदानी साइलो में गेहूं देने का विरोध

किसानों का कहना है कि सरकार उन्हें अनाज मंडी की बजाय गांव सोलूमाजरा स्थित अदानी एग्रो साइलो में डालने के लिए मजबूर कर रही है। वहां के आढ़तियों को शुरु में बारदाना तक नहीं दिया गया और मंडी के गेट पर ताला लगा दिया। किसान इसका विरोध करेंगे और अपनी फसल साइलो में नहीं डालेंगे।

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