करनाल की मंडियों में बढ़ी 1509 धान की आवक, किसानों में खुशी, जानिए कितना पहुंचा भाव

हरियाणा की मंडियों में धान की आवक शुरू हो गई है। 1509 धान के भाव ने किसानों के चेहरे पर खुशी ला दी है। अच्‍छे उत्‍पादन की वजह से धान की आवक का भी ग्राफ पिछले साल की अपेक्षा तेजी से बढ़ रहा है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 09:35 AM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 09:35 AM (IST)
करनाल की मंडियों में बढ़ी 1509 धान की आवक, किसानों में खुशी, जानिए कितना पहुंचा भाव
धान की कीमत में तेजी से उछाल।

करनाल, जागरण संवाददाता। मंडियों में धान की आवक में वृद्धि हुई है। करनाल में अनियमिता पाए जाने पर करनाल व तरावड़ी अनाज मंडी के सचिवों को सस्पेंड कर दयिा गया है, लेकिन अब गेट पर सख्ती बरती जा रही है। मंडियों में इस समय 1509 धान की आवक में तेजी आई है। इस किस्म धान अच्छे दामों पर बिक रही है। धान का अच्छा उत्पादन और अच्छा दाम किसानों के पिछले साल के घाटे को पूरा करता दिखाई दे रहा है। धान के भाव से किसानों को तो फायदा मिल ही रहा है, साथ ही मार्केट फीस में भी बढ़ोतरी हुई है। साथ ही धान की आवक का भी ग्राफ पिछले वर्ष से काफी ज्यादा रहा है। मौसम ने साथ दिया तो किसानों को उम्मीद के मुताबिक उत्पादन मिलेगा। हालांकि इस समय जो मौसम की परिस्थितियां बनी हुई हैं उससे नुकसान की संभावना जताई जा रही।

पिछले साल से करीब एक हजार रुपये अधिक रेट में बिक रही 1509

धान के उत्पादन और दाम से किसानों को ज्यादा उम्मीदें रहती है और इस बार धान की फसल ने किसानों को निराश नहीं किया है। पिछली बार जहां 1700 से 1800 रुपये प्रति क्विंटल धान बिकी थी, वहीं इस बार 2700 से 2800 रुपये प्रति क्विटल का रेट किसानों को मिल रहा है। नई अनाज मंडी में धान की फसल लेकर पहुंचे किसानों ने बताया कि पिछले वर्ष धान में किसानों ने बहुत नुकसान देखना पड़ा। लागत तक पूरी नहीं हो पाई थी। समस्या ठेके पर बुआई करने वाले किसानों के लिए भी ज्यादा थी। लेकिन इस बार धान की फसल ने किसानों के घाटे को भरने का काम किया है। किसानों में खुशी है कि उनका उत्पादन तो अच्छा हो ही रहा है साथ ही रेट भी अच्छा मिल रहा है। किसानों का कहना है कि बीते साल 1700 से 2000 रुपये प्रति क्विंटल धान बिकी लेकिन अबकी बार 2700 से 2800 रुपये प्रति क्विटल धान बिक रही है।

विदा होता मानसून किसानों के लिए बना खतरा

मानसून अब अंतिम चरण मे है। मौसम विभाग की मानें तो 25 सितंबर से मानसून की विदाई शुरू हो जाएगी। लेकिन जाते-जाते भी हरियाणा में हल्की से मध्यम बरसात हो सकती है। जिस कारण से इसका असर 1509 के साथ-साथ पीआर के उत्पादन व क्वालिटी पर भी पड़ सकता है। मौसम की बनी परिस्थितियों से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें हैं।

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