जींद में सड़कों की जांच करने पहुंचे 5 विधायक, विरोध के लिए आ गए किसान, पुलिस फोर्स तैनात

जींद में धंस रहीं सड़कों के लिए विधानसभा सब्‍जेक्‍ट कमेटी की टीम आई। विधायक दीपक मंगला के नेतृत्‍व में करीब पांच विधायक आए हैं। वहीं किसान विरोध के लिए आ गए। इस मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 02:18 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 02:18 PM (IST)
जींद में सड़कों की जांच करने पहुंचे 5 विधायक, विरोध के लिए आ गए किसान, पुलिस फोर्स तैनात
जींद में सड़काें की जांच करने पहुंचे विधायक।

जींद, जागरण संवाददाता। जींद शहर में सड़क धंसने का मामला काफी तूल पकड़ चुका है। अब इसकी जांच के लिए विधानसभा सब्‍जेक्‍ट कमेटी की टीम आई है। इस टीम का नेतृत्‍व विधायक दीपक मंगला कर रहे हैं। इनके साथ कुल पांच विधायक आए हैं। वहीं किसान विरोध करने पहुंच गए हैं। किसानों को रोकने के लिए भारी सुरक्षा बल मौजूद हैं।

बरसाती सीजन में सड़क धंसने के कारण अमृत योजना के तहत बिछाई बरसाती पानी की पाइप लाइन भी काफी चर्चाओं में है। शहर वासियों में चर्चा है कि नगर परिषद ने 35 से 40 फीट तक गहरी खुदाई कर पाइप लाइन बिछाई है। पाइप लाइन बिछाने के बाद मिट्टी का सही तरीके से जमाव नहीं किया गया। अब सड़कें धंस रहीं।

कमेटी का स्‍थानीय लोगों ने विरोध किया

रोहतक रोड पर जब कमेटी जांच के लिए पहुंची तो स्थानीय लोगों ने विधायकों को खरी-खरी सुनाई। लोगों ने कहा कि 3 साल से वे सड़क बनवाने के लिए कभी धरने दे रहे थे कभी प्रदर्शन कर रहे थे। अब सड़क बनी है तो विभागों की लापरवाही की वजह से जगह-जगह से धंस गई है। वहीं, विधायकों का विरोध करने के लिए खटकड़ टोल से किसान भी शहर की तरफ आ रहे हैं।

विधानसभा सब्जेक्ट कमेटी इस मामले में जांच के लिए जींद आई। । 9 विधायकों की यह कमेटी तय की गई थी, लेकिन पांच पहुंचे। कमेटी तय करेगी कि सड़क धंसने के मामले में लापरवाही पीडब्ल्यूडी की है, नगर परिषद की है या जन स्वास्थ्य विभाग की। क्योंकि तीनों ही विभाग इस मामले में शुरू से ही एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। 2 सप्ताह पहले जब रोहतक रोड पर पहली बार सड़क धंसी थी। उस टाइम पीडब्ल्यूडी एक्‍सईएन ने कहा था कि नगर परिषद की बरसाती पाइप की लाइन के जॉइंट सही ना होने के कारण बरसात का पानी आने से लीकेज हुई। जिस वजह से सड़क धंसी है। लेकिन नगर परिषद अधिकारियों ने इससे साफ इनकार कर दिया था।

बीजेपी विधायक डॉ कृष्ण मिढ़ा ने जब तीनों विभागों की इस मामले में मीटिंग ली थी तो उसमें भी आपस में अधिकारियों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए थे। जिसके बाद विधायक ने इस मामले को सरकार के समक्ष उठाते हुए जांच की मांग की थी। वही तीनों विभागों के एक्शन की कमेटी भी जांच के लिए गठित की गई थी। इन अधिकारियों की जांच में पाया गया कि रोहतक रोड पर जो सड़क धंसी है, उसमें जन स्वास्थ्य विभाग की लाइन लीकेज होने का भी बड़ा कारण है। वहीं एक जगह नगर परिषद की पाइप का जोड़ खुला होने की वजह से भी सड़क धसी। इसी तरह मिनी बाईपास पर भी जो सड़क धंसी हुई है, उसका कारण भी पीडब्ल्यूडी बरसाती पानी की पाइप लाइन को मान रहा है। इस मामले में नगर परिषद अधिकारी मना कर रहे हैं।

बरसाती पानी की लाइन की भिवानी रोड और रोहतक रोड पर टेस्टिंग हो चुकी है। इस एरिया का बरसाती पानी पाइप लाइन में छोड़ा जा चुका है। नगर परिषद अधिकारियों का कहना है कि उनकी टेस्टिंग सफल रही है। कहीं भी पाइप लाइन लीक नहीं थी। ऐसे में जो सड़क धंसी हैं, उसमें बरसाती पानी की लाइन का कोई रोल नहीं है। वहीं सफीदों रोड, सब्जी मंडी रोड, मिनी बाईपास पर पाइपलाइन की टेस्टिंग होनी बाकी है। विधायक मिढ़ा शुरू से ही अमृत लाइन पर सवाल उठाते रहे हैं। वहीं काफी लोगों का भी कहना है कि अगर यह बरसाती लाइन की पाइप लाइन लीक होती है तो सड़कों के बैठने के साथ-साथ आसपास के मकानों को भी खतरा है। इसलिए पूरे शहर में जहां-जहां नगर परिषद ने बरसाती पाइप की लाइन दबाई है, उसकी टेस्टिंग होनी चाहिए। अगर गड़बड़ी मिलती है तो ठेकेदार और संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

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