नए अध्‍यादेश के विरोध में प्रदर्शन, किसान और व्‍यापारी 15 अगस्‍त को होंगे एकजुट

किसान व व्यापारी 15 अगस्त को एकजुट होकर नए अध्यादेश के विरोध में प्रदर्शन करेंगे। अनाज मंडी में व्यापारियों और भाकियू नेताओं ने बैठक करने के बाद फैसला लिया।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 10 Aug 2020 01:51 PM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 01:51 PM (IST)
नए अध्‍यादेश के विरोध में प्रदर्शन, किसान और व्‍यापारी 15 अगस्‍त को होंगे एकजुट
नए अध्‍यादेश के विरोध में प्रदर्शन, किसान और व्‍यापारी 15 अगस्‍त को होंगे एकजुट

पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। किसान और व्यापारी 15 अगस्त को नए अध्यादेश के विरोध में एकजुट होकर प्रदर्शन करेंगे। यह ऐलान अनाज मंडी में व्यापारियों और भाकियू नेताओं ने बैठक करने के बाद किया।

भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि नया अध्यादेश बेरोजगारी को विकाल रूप देगा, जहां किसान अपनी फसल लेकर दर-दर भटकने पर मजबूर होंगे, वहीं व्यापारियों का कारोबार ठप्प होकर रह जाएगा। अब एकजुट होकर मैदान में उतरने का समय आ गया है। गुरनाम सिंह ने कहा कि यदि इसके बाद भी सरकार नहीं जागी तो चक्का जाम करने की रणनीति तैयार की जाएगी। अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान राजेश कंसल ने कहा कि सरकार को व्यापारी और किसान के बीच दरार डालने का काम नहीं करना चाहिए। दोनों दशकों से एक दूसरे के पूरक रहे हैं। सरकार को तुगलकी फरमान जारी नहीं करने चाहिए। एसोसिएशन के सचिव बलदेव शर्मा ने कहा कि सरकार आए दिन कोई ना कोई गलत कानून लाकर जनता को बार बार सड़क पर उतरने को मजबूर करती आ रही है। इसके सरकार को आने वाले समय में दुष्परिणाम भुगतने होंगे। शर्मा ने कहा कि 15 अगस्त का प्रदर्शन किसान और व्यापारी की एकजुटता का प्रमाण भी पेश करेगा। इस मौके पर संदीप कंसल, ङ्क्षरकू पपनेजा, विनोद और राजेश कुमार मौजूद रहे। 

15 अगस्त को किसान जिला मुख्यालयों पर तीनों अध्यादेशों की प्रतियां जलाएंगे : बलकार 

भाकियू के मंडल अध्यक्ष बलकार ङ्क्षसह रामनगर ने कहा कि 15 अगस्त को प्रदेश के किसान अपनी मोटरसाइकिलों पर काले झंडे लगाकर जिला मुख्यालयों पर जाएंगे और वहां पर विरोध स्वरूप तीनों किसान विरोधी अध्यादेश की प्रतियां जलाएंगे। यह बात बलकार ङ्क्षसह ने बाबैन के बाजार में दुकानदारों को 15 अगस्त के आंदोलन में भाग लेने का न्यौता देने के दौरान कही। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से फसलों की एमएसपी प्रणाली समाप्त करने, फसलों को खुले बाजार में बेचने की छूट देने व मार्केङ्क्षटग बोर्ड को भंग करने जैसे फैसले किसान व व्यापारी विरोधी है। जिसको भाकियू कभी भी सहन नहीं करेंगी। जिसके विरोध में 15 अगस्त को तीनों अध्यादेश की प्रतियां जलाई जाएंगी। 

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