Karnal News: कीटनाशक दवाई से किसान की मौत, परिवार ने की सरकारी नौकरी और मुआवजे की मांग
करनाल में कीटनाशक दवाई के कारण किसान की मौत हो गई। हरियाणा विज्ञान मंच ने गांव सदरपुर के मृतक किसान के परिवार को 20 लाख रुपए का मुआवजा व मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।
करनाल, जागरण संवाददाता। करनाल में हरियाणा विज्ञान मंच ने गांव सदरपुर के मृतक किसान के परिवार को 20 लाख रुपए का मुआवजा व मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। पीआर-14 धान में 14 सितंबर को कीटनाशक दवाई का छिड़काव करते समय किसान की मौत हुई थी। स्वजनों के मुताबिक, गंभीर अवस्था में रणबीर को अर्पणा अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया था।
कीटनाशक दवाइओं से बढ़ रही किसानों की मौत
सदरपुर गांव के मजदूर रणबीर सिंह की मौत पर दुख व्यक्त करने पहुंचे हरियाणा विज्ञान मंच के राज्य कमेटी सदस्य राजेन्द्र सिंह ने कहा कि कृषि कार्यों में सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं कीटनाशक दवाइयों का स्प्रे करने से हो रही है। हरियाणा प्रदेश में हर साल कीटनाशक दवाइयों का स्प्रे करते हुए 250 से 300 मजदूरों व किसानों की मौत दवा चढऩे से हो जाती है, जिसके लिए मजदूर जिम्मेदार नहीं है।
कीटनाशक के बारे में जानकारी लेना मजदूरों का क़ानूनी अधिकार
उन्होंने कहा कि कीटनाशक दवाई निर्माण करने वाली कंपनियों व कृषि किसान कल्याण विभाग की जिम्मेदारी है कि वे स्प्रे करने वाले व्यक्तियों को कीटनाशक दवाई के प्रभाव से बचाव व स्वास्थ्य पर पडऩे वाले प्रभाव से अवगत करवाएं स्प्रे करने वाले मजदूरों की बड़ी संख्या कम पढ़ी-लिखी है। कीटनाशक के बारे में जानकारी लेना मजदूरों का क़ानूनी अधिकार भी है।
किसानों व मजदूरों को किया जाएगा जागरूक
विज्ञान मंच ने मृतक किसान रणबीर सिंह के परिवार को 20 लाख रुपये का मुआवजा दवाई निर्माता कंपनी से दिलवाने की मांग सरकार से की है। साथ ही मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी व उसके बच्चों की शिक्षा का प्रबंध करने की मांग रखी है। राजेंद्र सिंह ने बताया कि विज्ञान मंच कीटनाशक स्प्रे से होने प्रभावों व बरती जाने वाली सावधानियों को लेकर जागरूकता अभियान चला रहा है। अब 18 सितंबर को फरीदपुर में किसानों व मजदूरों को जागरूक किया जाएगा।