परिवार नियोजन से घटता है हाईरिस्क प्रेग्नेंसी का खतरा, हरियाणा सरकार दे रही यह सुविधा

हाई रिस्क प्रेग्नेंसी को कम करने के लिए पीएम सुरक्षित मातृत्व दिवस मनाया जाता है। परिवार नियोजन इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अस्पताल में गर्भवती की जांच की जाती है। हाई रिस्क प्रेग्नेंसी होने पर इलाज के लिए हायर सेंटर के लिए रेफर किया जाता है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 05:13 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 05:13 PM (IST)
परिवार नियोजन से घटता है हाईरिस्क प्रेग्नेंसी का खतरा, हरियाणा सरकार दे रही यह सुविधा
प्रसव पूर्व जांच हाई रिस्क प्रेग्नेंसी घटाने में मददगार है।

अंबाला, जेएनएन। परिवार नियोजन के जरिये हाई रिस्क प्रेग्नेंसी (एचआरपी) के मामलों को कम किया जा सकता है। इससे जच्चा व बच्चा दोनों सुरक्षित रहेंगे। इसी उद्देश्य से शुक्रवार को सभी सीएचसी, पीएचसी पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस का आयोजन किया जा रहा है। गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच के साथ ही उन्हें इलाज की सुविधा मुहैया कराई जाती रही है। दंपती को परिवार नियोजन के उपलब्ध सुरक्षित साधनों के बारे में जानकारी देने के साथ ही सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।

अंबाला नागरिक अस्पताल की गायनी डॉ. रचना बंसल बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस (पीएमएसएमए) के आयोजन का मुख्य मकसद मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करना है। इसके लिए जरूरी है कि गर्भवती समय-समय पर अपनी जांच कराएं तथा उन्हें जो सलाह दी जाए, उसका पालन करें। इस दिवस पर अस्पताल में एमबीबीएस चिकित्सक की ओर से गर्भवती की जांच की जाती है। इसके साथ आवश्यक होने पर पैथोलॉजी व अल्ट्रासाउंड जांच भी कराई जाती है। अगर कोई गर्भवती एनीमिक है या अन्य रोग से ग्रसित है तो उसे हाई रिस्क प्रेग्नेंसी की कैटेगरी में रखकर इलाज के लिए हायर सेंटर के लिए रेफर किया जाता है। यहां उसका सुरक्षित प्रसव कराया जाता है।

परिवार नियोजन को दिया जाएगा बढ़ावा

उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए जनपद के शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों पर अंतराल दिवस का आयोजन भी इसी दिन किया जाएगा। इस मौके पर लाभार्थियों को अंतरा इंजेक्शन की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। अंतरा इंजेक्शन लगवाने वाली महिलाओं की सुविधा के लिए टोल फ्री नंबर- 18001033044 जारी किया गया है। इस नंबर पर संपूर्ण जानकारी ली जा सकती है।

पानीपत की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी